Ravindra Singh Bhati: बाड़मेर लोकसभा सीट (Barmer Lok Sabha Seat) से निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Bhati Nomination) ने बीते दिनों बड़ी नामांकन रैली का आयोजन कर भाजपा-कांग्रेस (BJP-Congress) की नीदें हराम कर दी थी. भाटी की इस रैली में बड़ी भारी संख्या में लोग पहुंचे थे. इस रैली की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए. फिर ऐसी चर्चा होने लगी कि राजनीति के दो पुराने धुंरधंरों को 26 साल का युवा बिना किसी पार्टी की मदद से पानी पिलाने को तैयार है. लेकिन इस रैली के बाद रविंद्र भाटी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग (Election Commission) से भाटी के खिलाफ शिकायत की है. कांग्रेस के साथ-साथ अब भाजपा ने भी चुनाव आयोग से रविंद्र भाटी के खिलाफ आदर्श आचार संहिता (violation of model code of conduct) के उल्लघंन की शिकायत की है.
भाजपा ने रविंद्र भाटी के खिलाफ की शिकायत
भाजपा ने बाड़मेर जैसलमेर बालोतरा लोकसभा सीट के निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी के खिलाफ चुनाव आयोग से जो शिकायत की है, वह यह वायरल हो रहे पोस्टर को लेकर है. इस पोस्टर के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के चुनाव प्रबंधन समिति ने आदर्श आचार संहिता उल्लंघन और भ्रामक प्रचार कर मतदाताओं का प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है.
क्या है विवादित पोस्टर में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल के निशान का एक पोस्टर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोटो कमल के निशान के साथ मैं हूं मोदी का परिवार के साथ भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी की जगह रविंद्र सिंह भाटी का फोटो लगी है.
इस पोस्टर पर लिखा है माफ करना मोदी जी हम आपको कैलाश की जगह रविंद्र दे रहे हैं. इस पोस्ट के वायरल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी बाड़मेर के जिला अध्यक्ष दिलीप पालीवाल ने भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति में शिकायत करवाई थी इसके बाद भाजपा प्रबंध समिति के योगेंद्र सिंह तंवर ने मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर कार्यवाही करने की मांग की है.
कांग्रेस ने रविंद्र भाटी के खिलाफ क्यों की शिकायत
दूसरी ओर कांग्रेस ने भी रविंद्र भाटी के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की है. यह शिकायत भाटी के बयान को लेकर किया गया है. कांग्रेस ने अपनी शिकायत में कहा- भाटी ने अपनी नामांकन सभा में झूठ बोला था. दरअसल भाटी ने नामांकन सभआ में राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को लेकर कहा था कि आपके साथ मंच पर जो व्यक्ति बैठा है, उसे एसओजी तलाश रही है. कांग्रेस ने भाटी के इस आरोप को गलत बताया है.
क्या रद्द होगा रविंद्र सिंह भाटी का नामांकन
रविंद्र सिंह भाटी बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक हैं. विधानसभा चुनाव से पूर्व रविंद्र सिंह भाटी भाजपा में शामिल हुए थे और टिकट की मांग कर रहे थे लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद नाराज होकर निर्दलीय चुनाव टिकट नहीं मिलने के बाद पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था.
जिसके चलते भाजपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था. लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद रविंद्र सिंह भाटी ने बाड़मेर जैसलमेर बालोतरा में देव दर्शन यात्रा निकालकर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. जिसके बाद भाजपा के प्रदेश से लेकर केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें मनाने की कोशिश की थी लेकिन सहमति नहीं बन पाई.
इसके बाद रविंद्र सिंह भाटी ने सर्व समाज की मीटिंग बुलाकर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की थी और बीते गुरुवार को बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में जबरदस्त शक्ति प्रदर्शन करते हुए भारी भीड़ के साथ नामांकन दाखिल किया किया था. रविंद्र सिंह भाटी के निर्दलीय चुनाव लड़ने के चलते बाड़मेर जैसलमेर बालोतरा लोकसभा सीट से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.
भाजपा से कैलाश चौधरी कांग्रेस से उम्मेदाराम बेनीवाल चुनावी मैदान में है. भाटी की रैली में जुटी भीड़ से दोनों दलों की हालत खराब है. हालांकि ताजा शिकायत मामले में कानून के जानकारों का कहना है कि इन दोनों शिकायत के आधार पर भाटी का नामांकन रद्द नहीं हो सकता है.
यह भी पढ़ें - चुनाव के बीच विदेश क्यों गए बाड़मेर-जैसलमेर के बड़े मुस्लिम कांग्रेस नेता? प्रचार अभियान से भी बनाई दूरी
Analysis: रविंद्र भाटी की रैली में जुटी भीड़ ने उड़ाए विरोधियों के होश, उम्मेदा की उम्मीद बचेगी या कैलाश फिर बनेंगे चौधरी?