Barmer Lok Sabha seat: बाड़मेर से निर्दलीय विधायक प्रियंका चौधरी द्वारा भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी को समर्थन देने पर आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं करने के चलते असमंजस की स्थिति बनी हुई है. प्रियंका चौधरी द्वारा भाजपा को समर्थन देने या नहीं देने की बात को लेकर बुलाई गई समर्थकों की बैठक में पहुंचे कैलाश चौधरी ने मंच के माध्यम से प्रियंका चौधरी को अपनी बहन बताकर कहा कि बहन भाई के बीच में किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं है हम लोग साथ थे और साथ रहेंगे. इसके बाद कैलाश चौधरी द्वारा टॉफी खिलाकर प्रियंका चौधरी का मुंह मीठा करवा कर गिला शिकवा दूर करने की कोशिश की गई.
मीटिंग में गिले-शिकवे समाप्त होने की सामने आई थी बात
लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के दौरान प्रियंका चौधरी ने चुप्पी साथे रखी. मीटिंग खत्म होने के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि दोनों नेताओं के साथ सब कुछ ठीक हो गया है और कैलाश चौधरी खुद बाड़मेर विधायक की गाड़ी चला कर उन्हें भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में आयोजित होने वाली भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक में लेकर जा रहे हैं. लेकिन उनका काफिला बीच रास्ते में ही प्रियंका चौधरी के आवास पर रुक गया और इसके बाद कैलाश चौधरी ही अकेले वहां से रवाना हुए.
भाजपा ऑफिस में अकेले पहुंचे कैलाश चौधरी, प्रियंका खेमे का मांगपत्र वायरल
इसके बाद भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यकर्ताओं की मीटिंग में पहुंचे पूरे घटनाक्रम के बाद प्रियंका चौधरी खेमे की ओर से भाजपा को समर्थन देने को लेकर 11 सूत्रीय मांग पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और प्रियंका चौधरी और कैलाश चौधरी के मीटिंग से निकलने के बाद कैलाश चौधरी के खिलाफ नारेबाजी का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
क्या है 11 सूत्रीय मांग पत्र में प्रियंका चौधरी की मांगें
1. बाड़मेर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी को भाजपा विधायक मानकर बाड़मेर विधानसभा की संपूर्ण शक्तियां प्रदान की जाए.
2. बाड़मेर विधानसभा की शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की संपूर्ण भाजपा कार्यकारिणी का गठन प्रियंका चौधरी की रायशुमारी के अनुसार किया जाए.
3. आगामी नगर परिषद पंचायती राज चुनाव में बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र की संपूर्ण टिकटों का वितरण विधायक के अनुसार किया जाए
4. बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के समस्त सरकारी महकमो में विधायक डॉ प्रियंका चौधरी की डिजायर अनुशंसा को ही प्रथम और अंतिम माना जाए.
5. बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के समस्त विभागों में प्रियंका चौधरी की अतिरिक्त अन्य किसी विधायक मंत्री या संगठन पदाधिकारी की दखलअंदाजी ना हो.
6. विधानसभा चुनाव 2023 में बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के जिन भाजपा कार्यकर्ताओं का निष्कासन हुआ है उनका तत्काल प्रभाव से निष्कासन रद्द कर पार्टी में मान सम्मान दिया जाए.
7. विधानसभा चुनाव 2023 में डॉ. प्रियंका चौधरी के साथ प्रचार प्रचार करने वाले कार्यकर्ताओं को भी भाजपा का कार्यकर्ता माना जाए.
8. राजकीय महाविद्यालय बाड़मेर के आगे हुए छात्रों के साथ घटनाक्रम में प्रियंका चौधरी की अनुशंसा पर सीएमओ कार्यालय द्वारा फाइल मांगी गई है जिसमें केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी सहयोग कर एफआईआर को तत्काल रद्द करने में सहयोग करें.
9. सरकारी कमेटीयों में सदस्यों की नियुक्ति डॉ. प्रियंका चौधरी की अनुशंसा पर की जाए.
10. राजकीय शिल्यान्यास उद्घाटन समारोह अन्य सरकारी कार्यक्रमों आदि में विधायक और उनके कार्यकर्ताओ समर्थकों को प्राथमिकता के साथ वरीयता दी जाए.
11. जो भाजपा नेता सोशल नेटवर्किंग एवं जनमानस के बीच विधायक प्रियंका चौधरी को चिन्हित कर टारगेट कर रहे हैं उन्हें सख्त हिदायत दी जाए और ना मानने पर उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
अब क्या होगा आगे
मीटिंग खत्म होने के बाद हुए घटनाक्रम को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि प्रियंका चौधरी ने अभी तक अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रियंका चौधरी किसी लिखित यह प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व के भरोसे के बिना समर्थन को लेकर आधिकारिक रूप से घोषणा करने को लेकर बचती हुई नजर आ रही है.
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