सड़कों पर लबालब भरे पानी के बीच दंडवत परिक्रमा करते श्रद्दालु, 21 किलोमीटर की कठिन तपस्या 

लोगों की आस्था के आगे बड़ी से बड़ी मुश्किलें नतमस्तक हो जाती है. ऐसा ही नजारा भरतपुर के गिरिराज मंदिर में देखने को मिला. जहां भरे पानी के बीच लोग दंडवत परिक्रमा करते दिखे. 

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Rajasthan News: जब भक्तों का अपने आराध्य के प्रति अटूट विश्वास, समर्पण और आस्था होती है. तब हर मुश्किल और विपरित परिस्थिति में भक्त भक्ति के पथ से कभी विचलित नहीं होते. डीग (Deeg) जिले के पूछरी गांव स्थित गिरिराज परिक्रमा (Giriraj Parikrama) मार्ग में ऐसी तस्वीर देखी गई है. जहां बारिश पर आस्था भारी पड़ती हुई दिखाई दी, बारिश भी भक्तों को गिर्राज जी की परिक्रमा करने से नहीं रोक पा रही है. बारिश में भी बड़ी संख्या में भक्त गिरिराज जी की दंडवत परिक्रमा लगाते हुए नजर आ रहे हैं. 

कठिन हालातों में भी कर रहे परिक्रमा

मानसूनी बारिश से जिले में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. जहां एक ओर लोग अपने घरों में कैद है तो दूसरी ओर झमाझम बारिश में भक्त गिर्राज जी की परिक्रमा लगा रहे है. पूछरी के लौठा में परिक्रमा मार्ग स्थित सड़क पर बारिश का पानी जमा है. दंडवत परिक्रमा के दौरान भक्तों के मुंह में गंदा पानी जा रहा है. लेकिन भक्त फिर भी अपने कदमों को नहीं रोक रहे हैं. मुश्किलों की परवाह किए बगैर पूरी आस्था के साथ गिरिराज जी की परिक्रमा कर रहे हैं.

21 किलोमीटर पर्वत की पूरी परिक्रमा  

देश में भगवान श्री कृ्ष्ण से जुड़े अनेक धार्मिक स्थल है. इन्हीं मुख्य धार्मिक स्थलों में गिरिराज धाम का नाम आता है. सभी प्राचीन शास्त्रों में गोवर्धन पर्वत का वर्णन किया गया है. गोवर्धन पर्वत की पूरी परिक्रमा 7 कोस अर्थात लगभग 21 किलोमीटर है. सुख शांति और समृद्धि के लिए गिरिराज जी की पैदल और दण्डवत परिक्रमा करते हैं.

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