Button Mushroom Cultivation: देश में किसान अब आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए पारंपरिक खेती को छोड़ अब नकदी व व्यापारिक फसलों पर विशेष ध्यान देने लगा है. भरतपुर जिले के युवा किसान शिवा सोलंकी ऐसी ही एक नकदी फसल बटन मशरूम की खेती से लाखों रुपए कमा कर युवा उद्यमियों के प्रेरणास्रोत बन गए हैं.
गोपाल नगला निवासी युवा किसान शिवा सोलंकी और बड़े भाई अभय वीर सोलंकी ने एक की सलाह पर अपने गांव में बटन मशरूम की खेती की शुरूआत की. बड़े भाई के साथ युवा सोलंकी ने करीब तीन साल पहले 6 कमरों वाले एक प्लांट में बटन मशरूम की खेती शुरूआत की और वर्तमान में वह पारंपरिक फसल मसलन गेहूं, सरसों व आलू की खेती से अधिक मुनाफा कमाता हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक 6 कमरे वाले बटन मशरूम के प्लांट के एक कमरे से करीब 6 टन बटन मशरूम का उत्पादन होता है औऱ प्रतिदिन करीब 500 किलो से अधिक बटन मशरूम की पैदावार होती है. युवा किसान शिवा सोलंकी ने बताया कि करीब तीन महीने में बटन मशरूम की फसल तैयार हो जाती है और खरीददार सीधे प्लांट से खरीद कर ले जाते है.
उल्लेखनीय है सर्दियों के मौसम में बटन मशरूम की खूब डिमांड रहती है. पौष्टिक तत्त्वों के साथ कई बीमारियों में फायदेमंद मशरूम में प्रोटीन,विटामिन सी,विटामिन बी,विटामिन डी,कॉपर,पोटैशियम,फॉस्फोरस, सेलेनियम,फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं.
रिपोर्टे की मानें तो बटन मशरूम में कॉलिन नामक एक तत्व पाया जाता है, जो मेमोरी के लिए लाभदायक माना जाता है.मशरूम के सेवन से डायबिटीज की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है.
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