विज्ञापन
This Article is From Jan 30, 2024

युवा उद्यमियों की प्रेरणास्रोत बने भरतपुर का युवा किसान शिवा सोलंकी, बटन मशरूम की खेती से छाप रहे हैं लाखों

Youth Entrepreneurs' of Rajasthan: युवा शिवा सोलंकी भरतपुर में प्रतिकूल जलवायु में बटन मशरूम की खेती से मोटी कमाई कर रहे हैं, जबकि बटन मशरूम की फसल के लिए अनुकूल जलवायु बेहद जरूरी है, इसे प्रतिकूल जलवायु में उगाना बिल्कुल संभव नहीं हैं.

युवा उद्यमियों की प्रेरणास्रोत बने भरतपुर का युवा किसान शिवा सोलंकी, बटन मशरूम की खेती से छाप रहे हैं लाखों
मशरूम की खेती

Button Mushroom Cultivation: देश में किसान अब आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए पारंपरिक खेती को छोड़ अब नकदी व व्यापारिक फसलों पर विशेष ध्यान देने लगा है. भरतपुर जिले के युवा किसान शिवा सोलंकी ऐसी ही एक नकदी फसल बटन मशरूम की खेती से लाखों रुपए कमा कर युवा उद्यमियों के प्रेरणास्रोत बन गए हैं.

युवा शिवा सोलंकी भरतपुर में प्रतिकूल जलवायु में बटन मशरूम की खेती से मोटी कमाई कर रहे हैं, जबकि बटन मशरूम की फसल के लिए अनुकूल जलवायु बेहद जरूरी है, इसे प्रतिकूल जलवायु में उगाना बिल्कुल संभव नहीं हैं.

गोपाल नगला निवासी युवा किसान शिवा सोलंकी और बड़े भाई अभय वीर सोलंकी ने एक की सलाह पर अपने गांव में बटन मशरूम की खेती की शुरूआत की. बड़े भाई के साथ युवा सोलंकी ने करीब तीन साल पहले 6 कमरों वाले एक प्लांट में बटन मशरूम की खेती शुरूआत की और वर्तमान में वह पारंपरिक फसल मसलन गेहूं, सरसों व आलू की खेती से अधिक मुनाफा कमाता हैं.

Latest and Breaking News on NDTV
युवा शिवा सोलंकी ने प्रतिकूल जलवायु के बावजूद भरतपुर में यह कारनामा करके वर्तमान में अपने गांव में रहकर कम लागत में मोटी कर रहा है. उसके प्लांट से निकले मशरूम राजस्थान ही नहीं, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में खूब डिमांड है.

रिपोर्ट के मुताबिक 6 कमरे वाले बटन मशरूम के प्लांट के एक कमरे से करीब 6 टन बटन मशरूम का उत्पादन होता है औऱ प्रतिदिन करीब 500 किलो से अधिक बटन मशरूम की पैदावार होती है. युवा किसान शिवा सोलंकी ने बताया कि करीब तीन महीने में बटन मशरूम की फसल तैयार हो जाती है और खरीददार सीधे प्लांट से खरीद कर ले जाते है. 

Latest and Breaking News on NDTV
बटन मशरूम की खेती के लिए सबसे पहले वर्मी कंपोस्ट और बीज मिलाकर बैग तैयार किया जाता है, उसके बाद बैग को 13 दिनों तक 26 डिग्री तापमान में रखने के बाद उसे 13 से 16 डिग्री तापमान में रखा जाता है. दिलचस्प यह है कि एक बैग से दो से तीन बार उत्पादन होता है.

उल्लेखनीय है सर्दियों के मौसम में बटन मशरूम की खूब डिमांड रहती है. पौष्टिक तत्त्वों के साथ कई बीमारियों में फायदेमंद मशरूम में प्रोटीन,विटामिन सी,विटामिन बी,विटामिन डी,कॉपर,पोटैशियम,फॉस्फोरस, सेलेनियम,फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं. 

Latest and Breaking News on NDTV
कैंसर जैसी बीमारियों में भी बटन मशरूम लाभदायक है.इसके अलावाइम्युनिटी पॉवर,दिल के रोग,वजन कम करने, सुगर लेवल कम करना ,पेट की समस्या आदि में भी यह सहायक है.

रिपोर्टे की मानें तो बटन मशरूम में कॉलिन नामक एक तत्व पाया जाता है, जो मेमोरी के लिए लाभदायक माना जाता है.मशरूम के सेवन से डायबिटीज की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है.

ये भी पढ़ें-Rakesh Bishnoi: राजस्थान ने लाल ने किया कमाल, अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर लहराया 510 फीट का तिरंगा

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close