
Rajasthan News: राजस्थान के भीलवाड़ा में बीजेपी में कई पदों पर रहे लादूलाल तेली के सुसाइड मामले में नया मोड़ सामने आया है. परिजनों को उनके आत्महत्या के करीब 10 दिन बाद एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लादूलाल ने सूदखोरों पर प्रताड़ना व आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है. जानकारी के अनुसार, उन्होंने आत्महत्या से पहले राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, स्थानीय विधायक जब्बर सिंह सांखला सहित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को लेटर लिखा था.
8 जून को घर की सफाई में मिला पत्र
दरअसल, भीलवाड़ा के मारवो का खेड़ा गांव निवासी आसींद की पूर्व प्रधान लक्ष्मी देवी साहू के ससुर ने सूदखोरों (ब्याजखोरो) पर अधिक ब्याज वसूली का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली है. इसके बाद 8 जून को मृतक लादूलाल तेली के 12वें की रस्म पूरी होने के बाद जब उनके बेटे कन्हैयालाल व उसकी पत्नी पूर्व प्रधान लक्ष्मी देवी घर की सफाई कर रहे थे तो उनको एक सुसाइड नोट मिला, जिसे लादूलाल ने मरने से पहले लिखा.
सुसाइड नोट में लादू लाल ने आसींद कस्बे के ही रिटायर्ड शिक्षक चांदमल मेवाडा, नरोत्तम मेवाडा, संदीप मेवाडा, देवीलाल मेवाडा, आसींद थाना क्षेत्र के लाछुड़ा गांव निवासी ताराचन्द मेवाडा, दौलतगढ़ गांव निवासी धापू देबी खटीक, पंकज खटीक, दिनेश खटीक, भीलवाड़ा निवासी हरिशंकर शर्मा, अनिता पत्नी हरिशंकर शर्मा, ब्राह्मणों की सरेरी गांव निवासी सत्यनारायण जोशी, राधेश्याम माणम्या, लादू नाथ, लाडू नाथ, विष्णु सिंह, चैन सिंह राजपूत सहित 10-12 अन्य व्यक्तियों पर अधिक ब्याज वसूली का आरोप लगाया है.
कारोबार के लिए ब्याज पर ली थी रकम
मृतक लादू लाल के पुत्र कन्हैयालाल ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाकर कहा कि मेरे पिता ने कारोबार के लिए ब्याज पर रकम उधार ली थी जो उन्होंने ब्याज पर रकम लेने वाले लोगों को वापस भुगतान कर दी, लेकिन ब्याज अधिक होने के कारण रुपये दिनों-दिन बढ़ते गये ऐसे में मेरे पिता ने ब्याजखोरों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली है.
आसींद डिप्टी एसपी ओम प्रकाश सोलंकी ने कहा कि लादू लाल साहू ने 27 मई को सुसाइड किया था. जिसका पहले ही पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया था. अब उनके पुत्र कन्हैयालाल ने असीन्द थाने में रिपोर्ट दी. जिसमें बताया कि उनके पिता ने अधिक ब्याज वसूली से परेशान होकर आत्महत्या कर ली.
आत्महत्या पहले से लादूलाल ने राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, विधायक को ब्याज वसूली करने वालों का नाम व कितना पैसा लिया और कितना पैसा भुगतान किया है, जिसके बारे में पत्र लिखकर कारवाई की मांग की थी. मामला दर्ज कर लिया गया है और आसींद थाना प्रभारी हंसपाल सिंह को जल्द जांच करने के निर्देश दिए हैं.