भूपेंद्र यादव को फिर मिला पर्यावरण-वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, मिली फिर बड़ी जिम्मेदारी

भूपेंद्र यादव ने भी रविवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लिया था. भूपेंद्र यादव को एक बार फिर पर्यावरण-वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय दिया गया है.

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Bhupender Yadav: नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली मंत्रिमंडल ने रविवार को मंत्री पद का शपथ लिया था. वहीं अब कैबिनेट मंत्रियों के बीच मंत्रालय का बंटवारा किया गया है. मोदी कैबिनेट में ज्यादातर बड़े मंत्रालय को उन्हीं मंत्रियों को दिया गया है जो पहले संभाल रहे थे. इसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री के रूप में राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री के रूप में निर्मला सीतारमण, रेल मंत्रालय अश्विनी वैष्णव को दिया गया है. इन लोगों के पास पहले भी ये मंत्रालय उनके पास थे. वहीं इसमें राजस्थान के अलवर से बने सांसद भूपेंद्र यादव भी शामिल है. 

भूपेंद्र यादव ने भी रविवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लिया था. भूपेंद्र यादव पिछली सरकार में पर्यावरण-वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय दिया गया था. वहीं इस बार भी भूपेंद्र यादव को फिर से पर्यावरण-वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय दिया गया है.

क्या है पर्यावरण-वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय

आपको बता दें, पर्यावरण-वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय देश में पर्यावरण और वानिकी कार्यक्रमों की योजना बनाने का काम करता है. उन्हें बढ़ावा देने, समन्वय करने और उनके क्रियान्वयन की देखरेख करने के लिए जिम्मेदार होता है. इस मंत्रालय की मुख्य गतिविधियों में देश की वनस्पतियों और भारत के जीवों, वनों और जंगली क्षेत्रों का संरक्षण और सर्वेक्षण, प्रदूषण की रोकथाम, भारतीय हिमालयी पर्यावरण और इसका सतत विकास; वनरोपण और भूमि क्षरण शमन शामिल हैं. यह भारत के राष्ट्रीय उद्यानों के प्रशासन के लिए जिम्मेदार है.

बता दें, पर्यावरण संबंधी मामलों को पहली बार राष्ट्रीय राजनीतिक एजेंडे में प्रधानमंत्री के रूप में  इंदिरा गांधी के कार्यकाल के दौरान पहली बार पेश किया गया था.

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