ACB Action in Kota: रिश्वतखोरी के खिलाफ राजस्थान में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) लगातार अभियान चला रही है. इस अभियान के तहत प्रदेश के अलग-अलग जिलों से भ्रष्ट सरकारी कर्मचारी और अधिकारी गिरफ्तार किए जा रहे हैं. एसीबी की एक बड़ी कार्रवाई अब कोटा जिले में हुई है. जहां 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते सीनियर नर्सिंग ऑफिसर को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. मालूम हो कि प्रदेश की भाजपा सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए लगातार जीरो टॉलरेंस का मैसेज दे रही है. भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भजनलाल सरकार की कार्रवाइयों का सिलसिला लगातार जारी है.
इसी कड़ी में मंगलवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की कोटा टीम ने कोटा एमबीएस हॉस्पिटल में कार्रवाई की है. टीम ने वरिष्ठ नर्सिंग ऑफिसर मंसूर अली को 10 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है. आरोपी मंसूर अली हॉस्पिटल में वर्कशॉप इंचार्ज है. बिल पास करवाने की एवज में खुद के लिए, बाबू मनीष पाल व अकाउंट ऑफिसर रोहित दीक्षित के लिए ठेकेदार रिश्वत मांगी थी.
एडिशनल एसपी एंटी करप्शन ब्यूरो कोटा, विजय स्वर्णकार ने बताया कि परिवादी ने कोटा एसीबी चौकी में शिकायत दी थी. जिसमें बताया था उसकी फर्म लंबे समय से हॉस्पिटल में मशीन सप्लाई व मेंटिनेंस का टेंडर लेती है. एमबीएस हॉस्पिटल में वरिष्ट नर्सिंग ऑफिसर मंसूर अली ने बिल पास करने के एवज में डिमांड की. खुद के लिए, बाबू मनीष पाल व अकाउंट ऑफिसर रोहित दीक्षित के लिए 15 हजार की रिश्वत मांगी.
सोमवार को 5 हजार रुपए ले चुका था. बाकी के दस हजार लेकर आज हॉस्पिटल बुलाया था. सत्यापन होने के बाद टीम ने ट्रैप की कार्रवाई की. फिलहाल आरोपी मंसूर अली को एसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है वहीं अस्पताल के बाबू मनीष पाल और अकाउंट ऑफिसर रोहित दीक्षित की रिश्वत मामले में भूमिका की जांच की जा रही है. गिरफ्तार नर्सिंग ऑफिसर से पूछताछ की जा रही है.
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