Rajasthan News: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित की जाने वाले वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा (Senior Teacher Recruitment Exam) में बैठने के लिए फर्जी डिग्री (Fake Degree) लेने वाले अभ्यर्थियों की धरपकड़ जारी है. अजमेर एसओजी की टीम ने बुधवार शाम इसी कड़ी में कार्रवाई करते हुए 31 वर्षीय जालोर निवासी महेंद्र सिंह बिश्नोई (Mahendra Singh Bishnoi) को गिरफ्तार किया है.
M.A की फर्जी डिग्री दिलाने में की मदद
अजमेर एसओजी यूनिट के एएसपी मुकेश सोनी ने बताया कि कुछ समय पहले गंगरार स्थित मेवाड़ यूनिवर्सिटी से कमला कुमारी और उसके भाई दलपत सिंह को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने अन्य के साथ मिलकर एम. ए. हिंदी की फर्जी डिग्री प्राप्त की थी. इन्होंने पूछताछ में बताया कि फर्जी डिग्री लेने में उनकी मदद महेंद्र सिंह बिश्नोई ने की थी. इसके बाद से ही उसकी तलाश जारी थी. बुधवार शाम हमें उसके अजमेर होने की जानकारी मिली, जिसके बाद आरोपी को देर शाम तक गिरफ्तार कर लिया गया.
डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा भी दी थी
इससे पहले भी महेंद्र सिंह बिश्नोई राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) द्वारा आयोजित की जाने वाली प्राथमिक विद्यालय अध्यापक लेवल 1 सीधी भर्ती परीक्षा 2022 में अभियुक्त दलपत सिंह के भाई ओमप्रकाश बिश्नोई के स्थान पर डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा देता हुआ पकड़ा गया था. उस वक्त झोटवाड़ा थाना में प्रकरण दर्ज करते हुए महेंद्र सिंह बिश्नोई के खिलाफ चालान न्यायालय में पेश किया गया था.
अब तक 6 से ज्यादा गिरफ्तारियां हुईं
एएसपी सोनी के अनुसार, पूर्व में महिला अभ्यर्थी को फर्जी डिग्री दिलाने के मामले में करीब आधा दर्जन से ज्यादा आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. 14 जुलाई को भी सांचौर जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झांज में लाइब्रेरियन के पद पर पद स्थापित मनोहर लाल को गिरफ्तार किया गया था, जिसे बुधवार को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया. इस मामले में और भी नई गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
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