विधानसभा चुनाव ( Rajasthan Election 2023 ) का बिगुल बज चुका है और पूरे प्रदेश में चुनावी सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं, तो वहीं टिकट न पाने वाले नेताओं के बाग़ी होने की खबरें भी हैं. इसी क्रम में अब नागौर जिले से भी बड़ी खबर सामने आई है. रविवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के तीन बड़े नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है.
रविवार को जयपुर में आरएलपी की मूंडवा पंचायत समिति के प्रधान गीता देवी ने आज भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. गीता देवी के साथ उनके पति रेवंत राम डांगा और सरपंच जगदीश बिड़ियासर ने भी जयपुर स्थित भाजपा मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली.
खींवसर उप चुनाव तक दोनों नेता हनुमान बेनीवाल के साथ थे, वहीं भोजन सरपंच जगदीश बिडियासर पूर्व में आरएलपी से बगावत कर चुके हैं.
इस चुनाव में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भाजपा और कांग्रेस को चुनौती देने का दावा कर रहे हैं. साथ ही प्रदेश में आरएलपी को तीसरा विकल्प भी बता रहे हैं, मगर विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनकी पार्टी की प्रधान सहित दो अन्य नेताओं का आरएलपी को छोड़ना उन्हें कमज़ोर कर रहा है.
ज्योति मिर्धा के प्रयासों से हुई जॉइनिंग !
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि आरएलपी में बगावत का दौर नागौर सांसद ज्योति मिर्धा के भाजपा में शामिल होने के बाद शुरू हुआ है, क्योंकि माना जा रहा था कि ज्योति मिर्धा नागौर में हनुमान बेनीवाल का विकल्प हो सकती हैं . इसलिए भाजपा ने पहले उन्हें पार्टी में शामिल किया और अब उन्हें नागौर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी बनाया है. बताया जा रहा है कि ज्योति मिर्धा के प्रयासों से ही आरएलपी के कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए हैं.
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