Brain Stroke: भारत में मौत का दूसरा बड़ा कारण है ब्रेन स्ट्रोक, हर साल आते हैं 1.85 लाख मामले

जयपुर में विश्व स्ट्रोक दिवस (29 अक्टूबर) जागरूकता अभियान के साथ-साथ मैराथन का आयोजन भी किया जाएगा. मैराथन का आयोजन सुबह 6:00 बजे से किया जाएगा.

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Brain Stroke: विश्वभर में साल दर साल ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ते जा रहे हैं. राजस्थान में भी इसके आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं. स्ट्रोक की गंभीरता और इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए शेल्बी हॉस्पिटल 29 अक्टूबर को ब्रेन स्ट्रोक दिवस के दिन मैराथन का आयोजन कर रहा है. जिसमें जयपुर वासियों को मुफ्त रजिस्ट्रेशन सुविधा दी गई है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश में हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति को ब्रेन स्ट्रोक आता है. और हर चार मिनट में एक व्यक्ति दम तोड़ देता है. देश में मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण ब्रेन स्ट्रोक है.

इस वर्ष ब्रेन स्ट्रोक दिवस की थीम  "Together we are #Greater Than Stroke" है.

ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज (जीबीडी) के अनुसार, भारत पर स्ट्रोक की 68.6 फीसदी घटनाओं के साथ स्ट्रोक का बहुत ज्यादा बोझ है. देश में 70.9 फीसदी स्ट्रोक से मौत और 77.7 स्ट्रोक से विकलांगता होती है. ये आंकड़े हमारे देश के लिए चिंताजनक हैं.

आज अस्पताल परिसर में 'शेल्बी हैल्थाॅन' पोस्टर का विमोचन किया गया. अस्पताल के CEO अंकित पारीक ने बताया कि 29 अक्टूबर को विश्व स्ट्रोक दिवस पर सुबह 6:00 अस्पताल परिसर से जागरूकता अभियान की शुरुआत की जाएगी. जिसमें मैराथन दौड़ शामिल है.

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ब्रेन स्ट्रोक एक गंभीर बीमारी है. ब्रेन स्ट्रोक मस्तिष्क में खून का थक्का नसों में जमा होने से आता है. किसी भी मरीज के लिए स्ट्रोक के बाद शुरुआती 4 घंटे गोल्डन ऑवर की तरह होते है. यदि इस दौरान जरूरी इलाज मिल जाता है तो मरीज की जान बचाई जा सकती है.

CEO अंकित पारीक ने बताया कि शेल्बी हॉस्पिटल कि देशभर में 14 शाखाएं हैं. स्ट्रोक संबंधी गंभीर बीमारियों में अस्पताल में अति आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिससे मरीजों को बेहतर उपचार दिया जाता है.

उन्होंने बताया की शैल्बी अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए तुरंत आपातकालीन सुविधा उपलब्ध हैं. यदि स्ट्रोक संबंधी मरीज आता है. तो इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. जिससे कि मरीज के अस्पताल पहुंचने पर उसे तुरंत उपचार दिया जा सके.

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