JDA Bulldozer Action in Jaipur: विकास के नाम पर जब लोगों के आशियाने टूटे तो पीड़ितों का दर्द आंखों ने से नजर आया. मामला राजस्थान की राजधानी जयपुर का है. जहां मंगलवार से जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी (JDA) ने मानसरोवर इलाके में बनने वाली वंदे भारत रोड के लिए चिह्नित जमीनों को खाली करवाने का अभियान शुरू किया है. तीन दिनों तक चलने वाले इस अतिक्रमण हटाओ अभियान के पहले दिन जेडीए के अधिकारियों को स्थानीय लोगों का विरोध-प्रदर्शन झेलना पड़ा. अपने मकान और दुकान को टूटता देख लोग जेडीए अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाते नजर आए. लेकिन हाईकोर्ट के आदेश से शुरू हुए इस अभियान के पहले दिन जेडीए के बुलोडजर ने करीब 65 मकान-दुकानों को तोड़ा.
गुहार लगाते दिखे लोग, चलता रहा जेडीए का पीला पंजा
दरअसल मंगलवार से जयपुर के मानसरोवर इलाके में जयपुर नगर निगम के द्वारा अवैध निर्माण को लेकर अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया गया है. इस कार्रवाई के दौरान इलाके में करीब सेकड़ों अवैध निर्माण पर कार्यवाही की जा रही है. इस कार्यवाही के दौरान स्थानीय लोग मकान की दीवारें, घर और दुकान नहीं तोड़ने की गुहार लगाते नजर आए. लेकिन JDA के अधिकारयों ने एक न सुनी और लगातार पीले पंजे के द्वारा कार्रवाई जारी रही.
बताया गया कि जयपुर विकास प्राधिकरण की टीम ने यहां 265 से ज्यादा मकान और दुकानों को चिह्नित किया है. जिन्हें न्यू सांगानेर रोड से वंदे भारत रोड तक 100 फीट चौड़ी सड़क बनाने के लिए तोड़ा जाना है. करीब 2.5 किलोमीटर क्षेत्र में हाईकोर्ट के आदेश पर जेडीए द्वारा अवैध निर्माण पर कार्रवाई की जा रही है.
धारा 72 का नोटिस जारी कर 17 जून तक निर्माण हटाने का दिया था समय
जेडीए ने राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश के बाद इन इलाको में धारा 72 का नोटिस जारी करके खुद के स्तर पर 17 जून तक निर्माण हटाने का समय दिया था. पृथ्वीराज नगर जोन दक्षिण से नोटिस जारी कर 17 जून तक का समय देने के बावजूद जब अवैध निर्माण नहीं हटाया गया तो मंगलवार से तीन दिन तक अवैध निर्माण को लेकर कार्यवाही की जा रही है.
न्यू सांगानेर रोड से वंदे भारत रोड के 100 फीट चौड़ी सड़क प्रस्तावित
कार्रवाई के बारे में जेडीए अधिकारियों ने कहा कि न्यू सांगानेर रोड मानसरोवर से वंदे भारत रोड जा रही इस सड़क के मास्टर प्लान में 100 फीट चौड़ी सड़क प्रस्तावित है. न्यू सांगानेर रोड से शुरुआती 300 मीटर पर बड़ी संख्या में निर्माण है, जिसके कारण यहां कई जगह सड़क 60 फीट तक ही रह गई है. इसे देखते हुए जेडीए अब इस रोड काे चौड़ा करने का काम किया जा रहा है.
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार के कार्यकाल के दौरान भी कार्यवाही करने के आदेश को चुनाव के चलते रोक लगा दी गई थी. लेकिन अब इन अवैध निर्माण को लेकर कार्यवाही की जा रही है. इस दौरान एक विधवा महिला रोती हुई अधिकारियों के सामने मकान नहीं तोड़ने की गुहार लगाती नजर आई.
बच्चों को लेकर कहां ठोकर खाऊंगी, रोती हुई बोलीं विधवा महिला
स्थानीय महिला उमा शर्मा रोती हुई यह बोल रही थी कि यहां 100 फीट रोड की जरूरत नहीं है. 80 फीट सेक्टर रोड भी काम चल सकती थी. लेकिन न जाने क्यों आम जनता के घर तोड़ने के लिए इस तरह की कार्रवाई हो रही है. मेरा 50 गज का घर है. जिसमें 30 गज मकान को आज तोड़ दिया जाएगा. मेरे लिए रहने की छत का जुगाड़ कर पाना भी मुश्किल होगा. मेरे पति भी अब इस दुनिया में नहीं है. अब इस उम्र मैं अपने बच्चों को लेकर कहां ठोकर खाऊंगी. विधवा महिला के रोने-बिखलने के बाद भी यह कार्रवाई जारी रही. अब कल और परसो भी यहां अतिक्रमण हटाया जाना है.
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