Bundi News: बूंदी जिले के नैनवा डाकघर के एक कर्मचारी के जरिए करोड़ों रुपए के गबन का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने आरोपी प्रांशु को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पिछले दो महीने से गोवा, इंदौर समेत कई राज्यों में फरार चल रहा था. मामला दर्ज होने के बाद से पुलिस की टीम लगातार आरोपी की तलाश कर रही थी. कड़ी मशक्कत के बाद अब कर्मचारी पुलिस की गिरफ्त में है. फिलहाल पुलिस आरोपी से करोड़ों रुपए की रकम बरामद करने में जुटी है.
डाकघर जाने पर ठगी का चला पता
एक खाताधारक जब अपने बैंक खाते की जानकारी लेने डाकघर गया तो लोगों को पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है. क्योंकि उसका खाता बंद था और जानकारी लेने पर पता चला कि बैंक कर्मचारी ने उसके खाते से पूरी रकम अपने खाते में ट्रांसफर की है. इसके बाद मामला थाने पहुंचा, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. क्षेत्र के लोगों को जैसे ही डाकघर में हुए गबन की जानकारी लगी तो लोग अपने बैंक खातों से पैसे निकालने पहुंचे. इस बीच 20 से अधिक खाताधारकों के बैंक खातों से पैसे भी गायब मिले. इन बैंक खातों में भी आरोपी कर्मचारी ने लेन-देन किया था. इसके बाद पीड़ितों के जरिए नैनवां थाने में करीब करोड़ों रुपए के गबन की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने खाताधारकों के पैसे शेयर मार्केट में निवेश किए थे.
पोस्ट ऑफिस में करोड़ों रुपए हुआ गबन
नैनवा डीएसपी शंकर लाल ने बताया कि 11 जून को उनके पास थाने में पोस्ट ऑफिस में करोड़ों रुपए के गबन का मामला सामने आया था. यह राशि 1 करोड़ 66 लाख 80 हजार से अधिक है. इस मामले में पुलिस ने डाककर्मी प्रांशु जांगिड़ को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने बताया कि मामला सामने पर जांच के दौरान क्षेत्र के रजलावता गांव के रिटायर्ड बीईओ ने नैनवा थाने में अपनी पत्नी के नाम से जमा एफडी और बचत खाते से 14 लाख 20 हजार रुपए गबन कर एनईएफटी के जरिए दूसरे खाते में ट्रांसफर करने का मामला दर्ज कराया था. इस गबन का खुलासा होने के बाद नैनवा निवासी पुरुषोत्तम कुम्हार व टोंक के ठीकरियाकला निवासी शिक्षक हरिमोहन गौतम पोस्ट ऑफिस पहुंचे. उनके खातों से गबन की जानकारी मिली. इसी तरह दुर्गालाल कारपेंटर की ओर से दर्ज कराए गए मामले के साथ ही पुरुषोत्तम कुम्हार और हरिमोहन गौतम के साथ भी ठगी की गई. इसी तरह क्षेत्र के 20 से अधिक लोग सामने आए जिन्होंने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी, जिस पर मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई.
ऐसे की ठगी की वारदात
शेयरमार्केट में लगाया सारा पैसा
पुलिस ने बताया की आरोपी प्रांशु नैनवा डाकघर में सरकारी पद काम करता था. वह पोस्टऑफिस के फिनाकल यूजर ID एवं पासवर्ड का उपयोग करता था. इसकी मदद से वह पहले अपना फर्जी आधार कार्ड बनवाया और कई नामों से फर्जी खाते खुलवाए. उप डाकघर नैनवा में संचालित खाताधारकों के खाते से डाकघर खातों को बिना खाताधारक की अनुमति के फर्जी हस्ताक्षर कर बंद कर किया. साथ ही राशि को अपने खाते में ट्रांसफर किया. उकर लिया प्रांशु ने बताया कि शुरूआत में उसने कुछ राशि को शेयरमार्केट में लगाया था. जिसपर मुनाफ होने पर लालच में आकर कुल 1 करोड़ 66 लाख रुपये उसने शेयरमार्केट में लगा दिए.