बूंदी: मोबाइल वितरण कैंप में मची भगदड़, कई महिलाएं हुईं बेहोश, लोगों ने टेंट और पोस्टर फाड़े

सरकार द्वारा महिलाओं को बांटे जा रहे मोबाइल के वितरण केंद्रों से लगातार अव्यवस्था फैलने की खबरे आ रही हैं. बूंदी में शुक्रवार को ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला .

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कैंप में भगदड़ मचने के बाद का नज़ारा
BUNDI:

राजस्थान में इंदिरा गांधी स्मार्ट फोन योजना के तहत नि:शुल्क मोबाइल वितरण किया जा रहा है. पूरे प्रदेश में 40 लाख महिलाओं को यह मोबाइल दिए जाएंगे, लेकिन अधिकारियों की ढिलाई और लापरवाही के चलते मोबाइल वितरण कैंप बदहाली का शिकार हो गए हैं. मोबाइल वितरण कैंप में भगदड़ मच रही. लोगों की भीड़ इतनी जुट जा रही हैं कि महिलाएं बेहोश तक हो जा रही है. एक दिन पहले झालावाड़ में ऐसे ही कैंप में मोबाइल लेने पहुंची एक महिला की मौत हो गई थी. अब बूंदी में शुक्रवार को हायर सेकेंडरी स्कूल में लगे मोबाइल वितरण कैंप में लोगों की भीड़ में भगदड़ मच गई, लंबी लाइन के बीच कैंप काउंटर का जैसे ही दरवाजा खुला तो महिलाओं की भीड़ एक साथ अंदर घुस गई जिससे वहां भगदड़ मच गई.

100 महिलाओं को मोबाइल मिलते हैं, लेने 1000 आती हैं 

भगदड़ से आधा दर्जन महिला बेहोश हो गई, जिन्हें स्थानीय कर्मचारियों ने संभाला. हालांकि नगर परिषद का दावा है कि तमाम प्रकार की सुविधा मुहैया करवाईं. रोज करीब 100 से 150 महिलाओं को मोबाइल वितरण किया जाता है लेकिन मोबाइल लेने के लिए 500 -1000 से अधिक महिलाएं मोबाइल लेने के लिए पहुंच रही हैं. जिससे कैंप में अव्यवस्था फैल रही है. महिलाओं को बैठने के लिए कोई समूचित व्यवस्था नहीं है, जो टेंट लगाया है वह भी पूरी तरह से फट गया है.

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महिलाओं का आरोप, अपने लोगों को मोबाइल दिलवा रहे अधिकारी

कैंप में पानी तक की उचित व्यवस्था नहीं है. मोबाइल लेने आई महिलाओं का कहना है कि,प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की है. हम कई दिनों से कैंप में आ रहे हैं. लेकिन हमें ओटीपी नहीं आनेकी बात कह कर वापस लौटा दिया जाता है. सुबह आते हैं शाम को खाली हाथ घर लौट जाते हैं.

इन महिलाओं के साथ आए परिजनों में भी कहा कि अधिकारी अपने मिलने वाले लोगों को पीछे के रास्ते से अंदर प्रवेश करवा कर मोबाइल दिलवा रहे हैं जो सही नहीं है आम आदमी को मोबाइल नहीं मिल पा रहा है. गहलोत सरकार ने आम आदमी के लिए सोचा है लेकिन अधिकारी योजना का गलत प्रचार कर रहे हैं.

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इस पूरे मामले मोबाइल वितरण प्रभारी अरुणेश शर्मा ने कहा कि कैंप में अच्छी व्यवस्था की गई है. बैठने,पीने के पानी की व्यवस्था की गई है. रोज 120 से लेकर 150 महिलाओं को मोबाइल वितरण किया जा रहा है ऐसी कोई बदहाली की व्यवस्था सामने नहीं आई है. उन्होंने कहा कि जिले में 55 हजार महिलाओं को मोबाइल वितरण किया जाना है जिनमें से अभी तक 20 हजार मोबाइल वितरित किया जा चुके हैं. जिन महिलाओं को मोबाइल नहीं मिल रहा है उन्हें ओटीपी समय पर नहीं मिलने के चलते ऐसी समस्याएं आ रही है बाकी अन्य को मोबाइल समय पर मिल रहा है.

नैनवा में महिलाओं ने किया प्रदर्शन

मोबाइल वितरण मामले में जिला मुख्यालय ही नहीं जिले के उपखंड क्षेत्र में भी यही हालत है. नैनवां उपखंड मुख्यालय पर इंदिरा गांधी स्मार्टफोन वितरण में हो रही समस्या के चलते रोजाना 500 से ज्यादा चयनित लाभार्थियों को महीनों से धक्के खाने पड़ रहे हैं. वितरण स्थल पर लगे कर्मचारियों द्वारा अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए खिड़कियों से मोबाइल देने की शिकायत भी उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर की गई. लेकिन फोन वितरण प्रभारी ने बताया की आगे से ही हमें रोजाना केवल 120 फोन मिलते है. जो की मांग के अनुसार नहीं मिलने से लोगो को बेरंग लोटना पड़ता है.

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