Jaisalmer: राजस्थान में गोडावण बचाने की मुहिम में और तेजी आई, वन्यजीव के मुख्य वन संरक्षक ने गोडावण सेंटर का किया निरीक्षण 

मुख्य वन संरक्षक जैन ने गोडावण संरक्षण के लिए किया जा रहे प्रयासों की सराहना की. आर.के. जैन ने गोडावण ब्रीडिंग सेंटर के बारे में विस्तार से जानकारी भी ली. डेजर्ट नेशनल पार्क (DNP) डीएफ़ओ आशीष व्यास ने उन्हें बताया कि अब ब्रिडिंग सेंटर में गोडावण की संख्या 32 हो गई है. ब्रीडिंग सेंटर में लगातार गोडावण का कुनबा बढ़ता जा रहा है.

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जैसलमेर पहुंचे मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव (जोधपुर) आर के जैन

Great Indian Bustard: गोडावण राजस्थान का रज्य पक्षी है. लेकिन वो धीरे-धीरे मरुप्रदेश की धरती से जैसे ग़ायब ही हो गया है. वन्यजीव प्रेमी उसके संरक्षण के लिए काम भी कर रहे हैं. वहीं सरकार ने जैसलमेर में गोडावण सेंटर भी खोला है. जहां पिछले दिनों ही उनका कुनबा बढ़ा है. प्रदेश में कुल 32 गोडावण हैं.  रविवार को वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव जोधपुर आर के जैन तीन दिवसीय जैसलमेर दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय मरू उद्यान वन्य जीव अभ्यारण का भी दौरा किया. मुख्य वन संरक्षक ने अपने भ्रमण के दौरान जिले में गोडावण के महत्वपूर्ण आश्रय स्थल सुदाश्री क्षेत्र में स्थित डी एन पी के क्लोजरों का एवं कराए गए प्रेडेटर प्रूफ फेंसिंग व अन्य कार्यों का निरीक्षण किया.

बढ़ रहा गोडावण का कुनबा 

उन्होंने सम में मौजूद कृत्रिम प्रजनन केंद्र का भी निरीक्षण किया और बस्टर्ड रिकवरी प्रोग्राम के तहत संचालित गतिविधियों की जानकारी ली. मुख्य वन संरक्षक जैन ने गोडावण संरक्षण के लिए किया जा रहे प्रयासों की सराहना की. आर.के. जैन ने गोडावण ब्रीडिंग सेंटर के बारे में विस्तार से जानकारी भी ली. डेजर्ट नेशनल पार्क (DNP) डीएफ़ओ आशीष व्यास ने उन्हें बताया कि अब ब्रिडिंग सेंटर में गोडावण की संख्या 32 हो गई है. ब्रीडिंग सेंटर में लगातार गोडावण का कुनबा बढ़ता जा रहा है.

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अब तक 32 पहुंची गोडावण संख्या 

आशीष व्यास ने बताया, इस सीजन का ये तीसरा चूजा था. जैसलमेर जिले में गोडावण की तादाद बढ़ाने के लिए कई सालों से सम स्थित सुदासरी में ब्रीडिंग सेंटर चलाया जा रहा है. हाल ही में पिछले साल रामदेवरा में भी ब्रीडिंग सेंटर शूरू किया गया है. उन्होंने बताया कि, यहां जंगल में मिले अंडों को विशेषज्ञों कि देखरेख में पाला जाता है और उन अंडों से गोडावण का कुनबा लगातार बढ़ रहा है. इन अंडों से अब तक 32 गोडावण हो चुके हैं, जिनमें 4 इन्हीं गोडावण की मेटिंग से बच्चे निकले हैं. 1 चूजा पिछले साल और इस साल 3 चूजे अंडे से बाहर आए हैं. इनमें अब 19 गोडावण सम ब्रीडिंग सेंटर में और 13 रामदेवरा स्थित गोडावण ब्रीडिंग सेंटर में है.

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