
Search for petrol, diesel & gas: राजस्थान में खनन, ऊर्जा और कई अन्य भंडार मौजूद हैं. अब इस लिस्ट में एक और उपलब्धि जुड़ सकती है. अब तेल और गैस के भंडार की खोज शुरू हो गई है. इसके लिए जमीन के भीतर करीब 3500 फीट तक पता लगाया जा रहा है. चूरू के साण्डवा क्षेत्र के खेतों में पेट्रोल-डीजल की खोज शुरू हो गई है. चार हाईटेक मशीनों से जांच की जा रही है. सांड़वा क्षेत्र के गांव सोनियासर मिठीयाबास और बम्बू के खेतों में हलचल देखी जा रही है. यहां ऑयल इंडिया कंपनी द्वारा पेट्रोल, डीजल और प्राकृतिक गैस की खोज के लिए जमीन के सर्वे जारी है.
4 मशीनों से जमीन से हो रही जांच
सर्वे का कार्य एशियन एनर्जी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और डीएस जिओ सर्विसेज कंपनी (दिल्ली) की ओर से किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, इस प्रक्रिया में 2D सर्वे लाइन तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें 4 बड़ी-बड़ी मशीनें जमीन पर तेज़ दबाव और वाइब्रेशन के माध्यम से जांच कर रही हैं. इन मशीनों की मदद से यह पता लगाया जा रहा है कि वहां पेट्रोल, डीजल या गैस के भंडार हैं या नहीं.
खेतों में कंपन की आवाज, किसानों में उत्सुकता
ग्रामीणों के अनुसार, करीब 40 साल पहले इस इलाके में सर्वे किया गया था, जिसके आधार पर अब इस आधुनिक तकनीक से दोबारा परीक्षण किया जा रहा है. सर्वे से प्राप्त डाटा को आगे वैज्ञानिकों को भेजा जाएगा, जो इस जानकारी का विश्लेषण कर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे. फिलहाल खेतों में मशीनों की आवाज़ और कंपन से स्थानीय लोगों में उत्सुकता है. वहीं, कुछ किसान इस सर्वे को भविष्य की संभावनाओं के रूप में देख रहे हैं.
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