Churu Weather Advisory: राजस्थान में मई महिने की शुरूआत से चूरू में तापमान में बढ़ोतरी का दौर शुरू हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार आगामी 2-3 दिनों में तापमान में और वृद्धि की प्रबल संभावना है. अभी चूरू का तापमान 42 डिग्री के पास चल रहा हैं. इतने में ही चूरू तपने लगा है.
चूरु जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने बताया कि नागरिकों का बेहतर स्वास्थ्य प्रशासन के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसे देखते हुए एडवाजयरी जारी की गई है. उन्होंने कहा कि लोगों को कोशिश करनी चाहिए कि वो गर्मी व लू के प्रकोप से बचें. उन्होंने आगे कहा, लोग मौसम की खबरों की प्रति सजग रहें.
उन्होंने कहा, बढ़ती गर्मी के बीच खुद को हाईड्रेटेड रखने के लिए लोग ओआरएस, घर के बने पेय जैसे लस्सी, नींबू का पानी, छाछ का आदि का सेवन करें, पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें. हल्के रंग के ढीले, सूती वस्त्र पहनें. बाहर जाते समय अपना सिर ढककर निकलें. वहीं, आंखों की सुरक्षा के लिए धूप के चश्मे का प्रयोग करें.
कार्यस्थलों पर रखें विशेष ध्यान
उन्होंने नियोक्ता और श्रमिकों के लिए जारी एहतियात के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि नियोक्ता कार्य स्थल पर ठंडे पेयजल का प्रबंध करें. सभी श्रमिकों के लिए आराम के लिए छाया, साफ पानी, छाछ, आइस पैक के साथ प्राथमिक चिकित्सा किट और ओआरएस का प्रबंध रखें. श्रमिकों को लू से संबधित चेतावनी के बारे में सूचित करें.
बंद वाहनों में बच्चों को अकेला नहीं छोड़ें
उन्होंने बताया कि बंद वाहन में बच्चों या पालतू जानवरों को कभी अकेला ना छोड़ें. सार्वजनिक परिवहन और कार-पूलिंग का उपयोग करें. यह भूमण्डलीय ऊष्मीकरण और गर्मी को कम करने में मदद करेगा, वातावरण से गर्मी को कम करने के लिए पेड लगाने और सूखी पत्तियों, अवशेषों और कचरे को नहीं जलाने की सलाह दी है.
नया घर बनाते समय रखें ध्यान
एडवायजरी में कहा गया है कि नया घर बनाते समय नियमित दीवारों की बजाय कैविटी तकनीक का उपयोग करें. चौड़ी दीवारें बनाएं, वे घर को ठंडा रखती हैं. जालीदार दीवारें और लोब वाले उद्घाटनों का निर्माण करें. वे वायु-प्रवाह कर गर्मी को अवरूद्ध करते हैं. वहीं, दीवारों को रंगने के लिए प्राकृतिक सामग्री जैसे चूने या मिट्टी का उपयोग की सलाह दी है
मवेशियों को गर्मी से बचाएं
मवेशियों को गर्मी से बचाने के लिए उन्हें छाया में रखें और पीने के लिए पर्याप्त, स्वच्छ और ठंडा पानी दें। उनसे सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच काम न लें. शेड की छत को पुआल से ढक दें, तापमान कम करने के लिए इसे सफेद रंग या चूने से रंग दे या गोबर से लीप दें. लेड में पंखे, वाटर स्प्रे और फॉमर्स का प्रयोग करें.
धूप में जाने से बचें
एडवाजयरी में अनुरोध किया गया कि धूप में बाहर जाने से बचे, खासकर दोपहर 12 और 3 बजे के बीच. दोपहर में बाहर भारी कामों से बचने और दिन के सबसे गर्म समय के दौरान खाना पकाने से बचें. खाना पकाने वाले हिस्से को हवादार बनाए रखने के लिए दरवाजे और खिडकियां खुली रखें. वहीं, शराब, चाय, कॉफी व कॉर्बोनेटेड पेय से बचने की सलाह दी गई है.
लू से प्रभावित व्यक्ति के उपचार के लिए टिप्स
एडवाजयरी में कहा गया है कि तापमान को कम करने के लिए पीड़ित के सिर पर गीले कपड़े का उपयोग करें, पानी डालें. व्यक्ति को ओआरएस, नींबू, शरबत या जो कुछ भी शरीर को पुनः सक्रिय करने के लिए उपयोगी हो, पीने के लिए दें. तबियत बिगड़ने पर व्यक्ति को तुरन्त नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र ले जाएं. आपात स्थिति में मदद के लिए 100 पर कॉल करें.
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