Lok Sabha Election 2024: राजस्थान में अब चुनावी समा बंधने लगा है. गृह मंत्री अमित शाह ने ताबड़तोड़ बैठक कर भाजपा कार्यकर्ताओं को जीत का फॉर्मूला बताया है. कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जयपुर के कोटपूतली में सभा को संबोधित करेंगे. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी 6 अप्रैल को जयपुर आएंगे. वे यहां कांग्रेस का घोषणा पत्र भी रिलीज करेंगे. जहां भाजपा की कोशिश क्लीन स्वीप के हैट्रिक लगाने की है, वहीं कांग्रेस हर हाल में भाजपा को रोकना चाहती है.
विधायकों के हिसाब से कांग्रेस को बढ़त
12 में से 7 लोकसभा सीटें ऐसी है, जहां कांग्रेस बढ़त में है. यानी इन 7 लोकसभा सीटों में कांग्रेस के पास ज्यादा विधायक हैं. झुंझुनूं सीट पर कांग्रेस के सबसे ज्यादा 8 में से 6 विधायक हैं, यहां भाजपा के पास 2 विधायक है. वहीं चुरू, सीकर, करौली -धौलपुर और अलवर में कांग्रेस के पास 8 में से 5 विधायक हैं. यहां भाजपा के पास क्रमशः 2, 3, 2 और 3 विधायक है.
जयपुर ग्रामीण और दौसा में भाजपा के 5-5 विधायक हैं.
भरतपुर की 8 सीटों में कांग्रेस के पास एक भी विधायक नहीं है. पहली फेज में यह इकलौती ऐसी सीट है, जहां कांग्रेस के पास कोई सीट नहीं है. हालांकि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सहयोगी रही और अब एनडीए में शामिल आरएलडी के पास 1 सीट जरूर है.
सीकर, चुरू, झुंझुनूं और नागौर में कड़ा मुकाबला
भाजपा के मिशन 25 में सबसे बड़ा रोड़ा शेखावाटी की सीटें बन सकती हैं. सीकर में 5 सीटें जीतने के बाद भी कांग्रेस ने रणनीति के तहत यह सीट गठबंधन में सीपीआई एम के लिए छोड़ दी ताकि वोटों का बंटवारा न हो. वहीं चुरू में सिटिंग सांसद राहुल कसवां ने टिकट कटने के बाद पाला बदल कर चुनाव को दिलचस्प बना दिया है.