दौसा: आभानेरी फेस्टिवल में पहुंची डिप्टी सीएम दिया कुमारी, स्वदेशी अपनाने का संदेश देते हुए बनाया मिट्टी का दीपक

राजस्थान के दौसा जिले में आभानेरी फेस्टिवल में डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने स्वदेशी अपनाने का संदेश दिया और चांद बावड़ी की ऐतिहासिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए पर्यटकों को आमंत्रित किया.

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डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने अपने हाथों से बनाया मिट्टी का दीपक.

Rajasthan News:  राजस्थान के दौसा जिले के बांदीकुई क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक आभानेरी में दो दिवसीय आभानेरी फेस्टिवल का समापन धूमधाम से हुआ. इस उत्सव में राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने शिरकत की और स्वदेशी अपनाने का संदेश देते हुए मिट्टी का दीपक बनाया. यह फेस्टिवल विश्व प्रसिद्ध चांद बावड़ी और हर्षद माता मंदिर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया.

दिया कुमारी ने दिया स्वदेशी का संदेश

आभानेरी फेस्टिवल में डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने कुम्हार के चाक पर बैठकर मिट्टी से दीपक बनाया. उन्होंने कहा, “इस दिवाली हमें मिट्टी के दीपक जलाने का संकल्प लेना चाहिए.

भारतीय उत्पादों को अपनाने से स्थानीय कारीगरों को रोजगार मिलेगा.” उन्होंने चांद बावड़ी की तारीफ करते हुए इसे 8वीं शताब्दी की अनूठी स्थापत्य कला का प्रतीक बताया और पर्यटकों से इसे देखने की अपील की. दिया कुमारी ने हर्षद माता मंदिर में 20 मिनट तक विशेष पूजा-अर्चना भी की.

चांद बावड़ी: ऐतिहासिक धरोहर का गौरव

आभानेरी की चांद बावड़ी 8वीं और 9वीं शताब्दी की बेजोड़ स्थापत्य कला का नमूना है. इसकी खूबसूरती और विशालता पर्यटकों को आकर्षित करती है. दिया कुमारी ने इसे भारत की सांस्कृतिक विरासत का गहना बताया और विश्व पर्यटन दिवस पर इसे देखने के लिए देश-विदेश के पर्यटकों को आमंत्रित किया. फेस्टिवल में देशी-विदेशी पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी.

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रंगारंग प्रस्तुतियां बनीं आकर्षण

पर्यटन विभाग के उप निदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि 2008 से शुरू हुआ यह फेस्टिवल हर साल राजस्थानी संस्कृति को जीवंत करता है. इस बार रोबिला ग्रुप की 7 फीट और 5 फीट की मूंछों वाले कलाकारों ने पर्यटकों का ध्यान खींचा.

जिसमें भरतपुर की कामा नगाड़ा पार्टी, कच्ची घोड़ी, कठपुतली, और बहरूपिया कलाकारों ने शानदार प्रदर्शन किए. नुक्कड़ नाटक, ऊंटगाड़ी से ग्रामीण भ्रमण, और सांस्कृतिक संध्या में मांगनियार गायन, कालबेलिया, घूमर, और भवाई नृत्य ने सबका मन मोह लिया. 27 सितंबर को भजन संध्या में दिलबर हुसैन ने मधुर भजन प्रस्तुत किए.

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पर्यटन विभाग का विशेष आयोजन

राजस्थान पर्यटन विभाग ने चांद बावड़ी को फूलों और रंगोली से सजाया. रात में सजावटी लाइटिंग ने बावड़ी की सुंदरता को और बढ़ाया. पर्यटकों की बढ़ती संख्या से आभानेरी का महत्व और बढ़ा है. कलाकारों ने सुझाव दिया कि साल में दो बार ऐसे आयोजन होने चाहिए ताकि युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति से जुड़े.

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