दौसा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस में बगावत अब खुलकर सामने आने लगी है. यहां कांग्रेस ने मुरारीलाल मीणा को टिकट दिया है. जिसका कांग्रेस के कुछ नेता विरोध कर रहे हैं. मंगलवार को दौसा में कांग्रेस नेता राधेश्याम नांगल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. ऐसे में यहां कांग्रेस के वोटों में बिखराव की संभावना है. मंगलवार को दौसा के एक होटल में कांग्रेस नेता राधेश्याम नंगल ने अपनी समर्थकों और कांग्रेसियों के साथ वार्ता रखकर खुद के निर्दलीय चुनाव मैदान में जाने का ऐलान कर दिया है. जिसके चलते कांग्रेस के अंदर चल रही खींचतान अब खुलकर सामने आ गई है. नांगल के निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान के समय कई कांग्रेसी मौजूद रहे.
कांग्रेस अब दौसा में 2 भागों मे बंटी नजर आने लगी है. निर्दलीय प्रत्याशी राधेश्याम नांगल ने कहा कि दौसा में रावण रूपी भ्रष्टाचारी बाहरी नेता जो चुनाव जीत कर दौसा की समस्त जनता का शोषण करते हैं उन पर अत्याचार करते हैं. दौसा में जो दलाल प्रथा प्रचलित है, उससे सभी समाज के लोग परेशान हैं.
अभी जो दौसा के नेता हैं और आगे बनने का दावा कर रहे हैं उनके अंदर भरा छल-कपट और घमंड और अत्याचारों का अंत करने का दशहरे के दिन रावण रूपी नेताओं का अंत करने का आगाज आज दशहरे के दिन निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान के साथ कर दिया है.
नांगल ने कहा कि दौसा के सर्व समाज की जनता उनके साथ तन-मन और मजबूती के साथ खड़ी है. वह और उनके परिवार सच्चे कांग्रेसी हैं, कांग्रेस ने उनके और उनके परिवार की परवाह नहीं करते हुए कांग्रेस का टिकट किसी दूसरे को दे दिया इसलिए उन्हें निर्दलीय रहकर चुनाव लड़ना पड़ रहा है.
राधेश्याम नांगल ने कहा कि मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया. जिससे दौसा में भ्रष्टाचार खत्म हो, भाईचारा कायम हो, दौसा का सतत विकास हो, दलाल प्रथा बंद हो, दौसा के जवान, किसान, मजदूर, बेरोजगार की आवाज बन कर उनका समाधान करेंगे.
राधेश्याम नंगल के दौसा विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद अब दौसा विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला रोचक होगा. यहां अभी तक भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है, भाजपा प्रत्याशी फाइनल होने के बाद यहां मुकाबला त्रिकोणीय या चतुर त्रिकोणीय संघर्ष में भी बदल सकता है.
मंगलवार को नांगल के निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान के दौरान पूर्व प्रधान रामप्रताप मीणा, किसान नेता इंद्र कुमारमीना, रामलाल गोठवाल, रामजीलाल बैजवाडी,पूर्व प्रधान महेंद्र गागड़िया,पार्षद दिनेश मीना,फराज अहमद,वरिष्ठ वाल्मीकि समाज नेता रमेश गोडीवाल,एडवोकेट लक्ष्मीनारायण मीणा,जिला परिषद सदस्य कैलाश मीना, हाजी डॉक्टर मोहमद खान, मोहम्मद साकिर, बजरंग शर्मा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे.
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