Dholpur News: कोटा बैराज से छोड़े गए पानी के बाद धौलपुर से गुजरने वाली चंबल नदी उफान पर है. चंबल की उफनाती तेज धारा जानलेवा बन चुकी है. शुक्रवार को चंबल नदी में नहाने उतरे 6 युवक डूब गए. गनीमत रही कि रेस्क्यू के बाद तीन युवकों को बचा लिया गया. तीन अब भी लापता है. जिनकी तलाश जारी है. हालांकि पानी के तेज बहाव और रात होने से तलाश में लगी टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बताया गया कि शुक्रवार को चंबल में नहाने उतरे 6 बच्चे बह गए, जिनमें से तीन बच्चों ने धौलपुर भरतपुर पेयजल योजना के नीचे लटका बिजली का तार पकड़ लिया, इससे वो डूबने से बच गए. लेकिन तीन पानी के तेज बहाव में बह गए.
बिजली के तार पकड़कर लटके बच्चों को चंबल चेक पोस्ट के पुलिसकर्मियों के साथ चंबल सफारी के स्टाफ ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला. हादसे में तीन बच्चे पानी के तेज बहाव में बह गए. नदी में पानी का बहाव तेज होने की वजह से एसडीआरएफ की टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर जिला कलेक्टर अनिल अग्रवाल और एसपी मनोज कुमार एडिशनल एसपी ओमप्रकाश मीणा भी मौके पर पहुंचे। वहीं पुलिस कर्मियों द्वारा भी नदी में तीनों बच्चों के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
ग्वालियर के रहने वाले थे बच्चे, परिजनों संग आए थे धौलपुर
बच्चों के साथ मौजूद उनके परिजनों ने बताया कि वे लोग ग्वालियर रहने वाले हैं. उनका परिवार पहाड़ वाले बाबा पर उर्स के दौरान कव्वाली देखने आया था. कव्वाली के बाद ग्वालियर और धौलपुर के रहने वाले दोनों परिवारों के लोग चंबल नदी पर नहाने आ गए. जहां अचानक एक बच्चा पानी में डूबने लगा, जिसे बचाने के चक्कर में पांच बच्चे और नदी में चले गए.
घटना के बाद मौके पर मौजूद परिजनों की चीख-पुकार सुनते ही चंबल चेक पोस्ट पुलिस के साथ चंबल सफारी के स्टाफ ने रेस्क्यू कर 3 बच्चों को सकुशल बाहर निकाल लिया. घटना के बाद परिजनों से बातचीत करते हुए एएसपी ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि बिजली की केवल पकड़ कर बचाए गए तीन बच्चे शहजाद निवासी ग्वालियर, गोलू निवासी धौलपुर और इरशाद निवासी मुरैना को सकुशल बाहर निकाल लिया है.
जबकि नदी के तेज बहाव में मुबारिक निवासी ग्वालियर, लकी निवासी पुराना शहर और सूफियान निवासी बाड़ी बह गए हैं. उनकी तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. चंबल नदी में बच्चों के बहने के बाद तीन बच्चों ने बिजली के तार को पकड़ लिया था.
पानी के तेज बहाव में बच्चों के हाथ बार-बार बिजली के तार को छोड़ रहे थे. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे कोतवाल रामकिशन यादव, कांस्टेबल रविंद्र सिंह, विनोद पटेल, देवेंद्र सिंह के साथ चंबल सफारी के स्टाफ मुन्ना निषाद, सुरेश निषाद और श्याम निषाद ने तीनों बच्चों का हौसला बढ़ाना शुरू कर दिया। इसके बाद लकड़ी की नाव को लेकर सभी लोग नदी में उतर गए जहां से तीनों बच्चों को रेस्क्यू कर सकुशल बाहर निकाला.
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