टोंक जिले के बीसलपुर बांध में मछुआरों की नाव पलटने से एक मछुआरे की डूबने से मौत हो गई है. नाव में दो मछुआरे सवार थे. दूसरे मछुआरे की तलाश में अब एसडीआरफ को लगाया गया है. समुंदर से हिलोरे मारते 38.5 टीएमसी क्षमता के बीसलपुर बांध में हादसों का सिलसिला रुक नहीं रहा है. इससे पहले भी नाव पलटने से तीन मछुआरों की मौत हो चुकी है. मछली ठेकेदारों पर लापरवाही के इल्ज़ाम लग रहे हैं.
इससे पहले भी मछली ठेकेदारों पर मछुआरों के लिए हिफाज़त के माक़ूल इंतज़ाम न होने के आरोप लगे हैं. बिना लाइफ जैकेट और अन्य सुरक्षा उपकरणों के बिना बांध में मछली पकड़ने से ये हादसे होते हैं.मृतक मछुआरे के शव को पोस्टमार्टम के लिए केकड़ी के टोडारायसिंह अस्पताल भेजा गया है.
नासिरदा पुलिस ने परिजनों की ओर से दी गई रिपोर्ट के अनुसार बताया कि बलिया उत्तरप्रदेश निवासी कन्हैया केवट व प्रेम केवट रोजाना की तरह मछली का जाल लगाने के लिए बांध में उतरे थे. इस दौरान नासिरदा के दलवासा गांव के पास अचानक उनकी नाव तेज हवाओं और बारिश के बीच फंस गई.
मृतक मछुआरे कन्हैया केवट का शव लेकर सीएचसी टोडारायसिंह पहुंचे. जहां पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया. वही नासिरदा पुलिस ने लापता प्रेम केवट नही मिलने पर एसडीआरफ को सूचना दी. दुसरे मछुआरे भी अपने स्तर पर लापता की तलाश में जुटे हैं.
पहले भी डूब चुके हैं तीन मछुआरे
बीसलपुर बांध में मछली ठेकेदार के लिए मछली पकड़ने का काम करने वाले तीन मछुआरों की डूबने से दर्दनाक मौत हो चुकी है. ये सभी मछुआरे बिहार के रहने वाले थे.
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