
Dholpur News: धौलपुर जिले से होकर गुजर रही चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने का सिलसिला जारी है. हाड़ौती क्षेत्र में हो रही बारिश और कोटा बैराज से पानी चंबल नदी में आने से वर्तमान में चंबल नदी 126.80 मीटर के निशान पर बह रही है,जो देर शाम तक करीब 127.60 मीटर तक पहुंच सकती हैं.जबकि खतरे का निशान 130.79 मीटर है. नदी में बढ़ते जलस्तर को लेकर जिला प्रशासन,जल संसाधन विभाग और केंद्रीय जल आयोग निगरानी बनाए हुए हैं.
जिला प्रशासन ने आमजन को नदी क्षेत्र एवं जलभराव क्षेत्रों के समीप जाने से रोकने के लिए अपने अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों को पाबंद कर दिया हैं. चंबल नदी में पानी का स्तर 129.79 मीटर पर पहुंचते ही वार्निंग लेवल शुरू हो जाता है और 130.79 मीटर पर जलस्तर पहुंचते ही नदी खतरे के निशान से ऊपर हो जाती है. चम्बल नदी का जल स्तर 135 मीटर से ऊपर पहुंचने पर 6 दर्जन से अधिक गांव और ढाणियों में चम्बल का पानी प्रवेश करते ही बाढ़ आ जाएगी.
साल 2022 में चम्बल नदी ने विकराल रूप धारण कर 146.50 मीटर पर पहुंची थी और 7 दर्जन गांव में बाढ़ आ गई थी. केंद्रीय जल आयोग के कनिष्ठ अभियंता लखी लाल मीणा और कुशल सहायक विवेकानंद हर घंटे बाद पानी के गेज को नापते हैं.
रेलवे का ओवरब्रिज धंसा, हादसे का अंदेशा
मनियां कस्बे में मांगरोल रोड पर बना रेलवे ओवरब्रिज भारी बारिश के चलते धंस गया है. जो स्थानीय लोगों के साथ साथ वाहन चालकों के लिए खतरा बना हुआ है. लेकिन संबंधित विभागीय अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है. लोगों ने बताया कि वाहन चालकों के लिए तो सबसे बड़ा खतरा है.
क्योंकि इस ओवरब्रिज पर रात्रि को अंधेरा भी रहता है. जिससे धंसा हुआ ओवर ब्रिज दिखाई नहीं देगा. वहीं सुबह शाम ब्रिज की ओर घूमने जाने वाले लोग भी अब सहमे हुए हैं. क्योंकि इसी तरह कटाव होता रहा तो ओवरब्रिज की सपोर्ट दीवार के गिरने तक की नौबत आ जाएगी. लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस और ध्यान नहीं दिया हैं.
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