गलत नस काटने से गई प्रसूता की जान... 2 लाख रुपये की रिश्वत, मामला दबाने की कोशिश के बाद भी प्रशासन चुप

राजस्थान में धौलपुर के मेट्रो हॉस्पिटल में 23 वर्षीय प्रसूता की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई. इस घटना के बाद भी प्रशासन चुप है और जिले में चल रहे अवैध निजी अस्पतालों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. 

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प्रसव पीड़िता सपना.

Rajasthan News: राजस्थान के धौलपुर जिले में निजी अस्पतालों की लापरवाही फिर से चर्चा में है. जिला मुख्यालय के मेट्रो हॉस्पिटल में एक 23 वर्षीय प्रसूता सपना की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल पर गलत नस काटने का गंभीर आरोप लगाया है. यह पिछले एक महीने में इस तरह का दूसरा मामला है, जिसने निजी अस्पतालों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं.

प्रसव के लिए भटकती रही पीड़िता 

पीड़ित महिला प्रसूता का नाम सपना था, जो हरिसिंह का पूरा, नादनपुर थाना क्षेत्र की निवासी थी. महिला को प्रसव के लिए पहले बाड़ी अस्पताल ले जाया गया. वहां से उसे रेफर कर दिया गया. परिजनों का कहना है कि एम्बुलेंस चालक बबलू पंडित ने उन्हें गुमराह कर देर रात मेट्रो हॉस्पिटल में भर्ती करवाया. अस्पताल ने इलाज के लिए 25 हजार रुपये मांगे, जिसमें से 18 हजार रुपये परिजनों ने जमा किए.

ऑपरेशन में कर दी लापरवाही

परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर राजेंद्र गोयल ने लापरवाही बरती और सपना की गलत नस काट दी. इससे उसकी हालत बिगड़ गई. डॉक्टर ने उसे आगरा रेफर किया, लेकिन रास्ते में ही सपना ने दम तोड़ दिया. परिजनों ने बताया कि अस्पताल ने मामले को दबाने के लिए 2 लाख रुपये की पेशकश की, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. मृतका के पति बचन सिंह ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

अवैध अस्पतालों का जाल

धौलपुर में कई निजी अस्पताल बिना वैध अनुमति के चल रहे हैं. इनमें न तो विशेषज्ञ डॉक्टर हैं और न ही पर्याप्त नर्सिंग स्टाफ. इसके साथ ही सुविधाओं और संसाधनों की कमी भी आम है. दो महीने पहले प्रशासन ने ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई की थी, लेकिन सांठगांठ के चलते ये फिर से सक्रिय हो गए. चिकित्सा विभाग की निष्क्रियता के कारण ये अस्पताल लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं.

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जनता में आक्रोश

सपना की मौत ने स्थानीय लोगों में गुस्सा पैदा कर दिया है. परिजनों और ग्रामीणों ने प्रशासन से अवैध अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.

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