
Rajasthan News: डीडवाना जिले के मारोठ क्षेत्र में स्थित रघुनाथजी के मंदिर की जमीन को लेकर जारी विवाद बढ़ता ही जा रहा है. पुलिस द्वारा राजपूत समाज के कुछ लोगों व एक वकील को जबरन लॉकअप में डालने व अभद्र भाषा प्रयोग करने के खिलाफ नावा-कुचामन बार संघ के वकील विरोध जताते हुए पेन डाउन हतड़ताल पर चले गए. शनिवार को भारी संख्या में राजपूत समाज के लोग भी एकत्रित हो गए. इसे देखते हुए चार थानों की पुलिस को मारोठ क्षेत्र में तैनात किया गया है. वही ASP, ADM व SDM भी मौके पर पहुंचे हैं, जहां दोनों पक्षो से समझाइश का प्रयास किया जा रहा है.
नाथ समाज और राजपूत समाज में विवाद
गत दिनों राजा रघुनाथ सिंहजी मन्दिर ट्रस्ट से जुड़ी जमीन पर अतिक्रमण व कब्जे से जुड़ा मामला सामने आया है. नाथ समाज यह जमीन अपनी बता रहा है, वहीं राजपूत समाज इस जमीन को अपने पूर्वजों की जमीन बता रहा है. कल शाम को जमीन पर राजपूत समाज के कुछ लोग चारदीवारी निर्माण के लिए आये थे, जिन्हें पुलिस पकड़कर थाने ले गई और उन्हें लॉकअप में डाल दिया.

आरोप है कि पुलिस ने राजपूत समाज नावा के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राजलिया, एडवोकेट गोपाल सिंह, मुलसिंह राजावत को उनका पक्ष जाने बिना ही लॉकअप में डाल दिया व अभद्र भाषा का प्रयोग किया. एडवोकेट गोपाल सिंह ने आरोप लगाया कि थानाधिकारी को जमीन से जुड़े सभी जरूरी दस्तावेज दिए गए, लेकिन उन्हें देखे बिना ही थानाधिकारी ने उनके साथ मारपीट की.
राजपूत समाज के लोगों का प्रदर्शन
इस घटना के बाद राजपूत समाज में रोष व्याप्त हो गया, जिसके बाद आसपास के क्षेत्र से भारी संख्या में राजपूत समाज के लोगों ने मारोठ में एकत्रित होकर प्रदर्शन किया. साथ ही मौके पर ही टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए. लोगों के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट हो गया और मौके पर चार थानों का पुलिस जाब्ता तैनात किया गया.

वहीं कुचामन के अतिरिक्त जिला कलक्टर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उपखंड अधिकारी व नावां तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे हैं. एडिशनल एसपी नेमीचन्द खारिया ने बताया कि पुलिस थाने में वकीलों ने एक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें वकील गोपाल सिंह के साथ मारोठ थाना पुलिस द्वारा बदसुलूकी का आरोप लगाया गया है. इस मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा. उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.