बीसीएमओ की कुर्सी को लेकर चिकित्सा अधिकारियों में हुई गाली-गलौच, दर्ज हुई मारपीट का मामला

राजस्थान के बांसवाड़ा में दो चिकित्सा अधिकारियों के बीच बीसीएमओ की कुर्सी को लेकर विवाद हो गया.  दोनों के बीच करीब 1 साल से खींचतान चल रही है.  

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Rajasthan News: राजस्थान के बांसवाड़ा में दो चिकित्सा अधिकारियों के बीच गाली-गलौच होने का मामला सामने आया है. कुशलगढ़ कस्बे में स्वास्थ्य विभाग के दो अधिकारियों में सरकारी कुर्सी को लेकर तनातनी हो गई. कुशलगढ़ के बीसीएमओ और उपजिला अस्पताल पीएमओ के बीच करीब एक साल से खींचतान चल रही है. वह खींचतान अब मारपीट में बदल गई है. सूचना के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और उपजिला अस्पताल पीएमओ डॉ.चिमनलाल मईड़ा ने कुशलगढ़ थाने में मारपीट का मामला दर्ज करवाया है. पीएमओ ने इस मामले में पुलिस से सख्त कार्रवाई करने की गुहार लगाई है. साथ ही अस्पताल पीएमओ ने चिकित्सा विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी पत्र भेज है और उनको पूरे मामले से अवगत कराया है.

पहले भी बन चुकी है जांच कमेटी 

कुशलगढ़ बीसीएमओ और पीएमओ के बीच करीब एक वर्ष से विवाद चल रहा है. इससे पहले भी दोनों अधिकारियों के बीच कई बार वाद-विवाद जैसी स्थितियां उत्पन्न हो चुकी है. पहले मामला यहां तक चला गया था कि  विभाग ने इनके ऊपर जांच कमेटी भी बनाई थी. विभाग ने इस कमेटी में कोई ठोस कदम नहीं उठाया क्योंकि इससे जनता के बीच विभागीय माहौल बिगड़ने का गलत संदेश जाता.

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बीसीएमओ की कुर्सी को लेकर हुआ विवाद 

जानकारी मिली है कि बीसीएमओ की कुर्सी को लेकर डॉ. गिरीश भाभोर और पीएमओ के बीच खींचतान चल रही है. बीसीएमओ डॉ. भाभोर को पीएमओ के एक डॉक्टर ने पिछली सरकार में स्थानीय जनप्रतिनिधि से डिजायर करवाकर यह पद दिलवाया था. कुछ समय बाद तत्कालीन सरकार में ही डॉ. भाभोर को बीसीएमओ पद से हटा दिया गया था, फिर उन्होंने कोर्ट में अपील कर दी. कोर्ट के आदेश पर डॉ. भाभोर बतौर बीसीएमओ कार्यरत हैं. लोगों ने बताया कि बीसीएमओ और पीएमओ में मूल रूप से कुर्सी को लेकर ही बहस चल रही है. हालांकि इस संबंध में पीएमओ ने ऐसा नहीं होने की बात कही है.

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सरकारी आवास को लेकर हुई थी पहले खींचतान

मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एचएल ताबियार ने बताया कि पहले  दोनों अधिकारियों में सरकारी आवास खाली कराने को लेकर बहस हुई थी, तब उसका  निस्तारण करा दिया था. हाल ही में पीएमओ की ओर से पत्र प्राप्त हुआ है, जानकारी लेकर ही आगे की कार्रवाई के बारे में बता पाएंगे. बीसीएमओ कोर्ट से स्टे के कारण पद पर हैं, वो मामला भी अभी विचाराधीन है.  

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बीसीएमओ से तंग है सभी केंद्रों का स्टाफ  

इस बारे में कुशलगढ़ उपजिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. चीमन लाल मईड़ा ने कहा कि बीसीएमओ की गतिविधि से अन्य केंद्रों का स्टाफ भी तंग है. साथ ही पीएमओ ने कहा कि बीसीएमओ ने रात को अस्पताल के नए परिसर में मेरे साथ मारपीट की, मैंने इसको लेकेर विभागीय अधिकारियों और पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी है. थानाधिकारी कुशलगढ़ सवाई सिंह ने बताया कि अस्पताल से मारपीट की रिपोर्ट प्राप्त हुई है. मामले में बयान के लिए बुलाया था, लेकिन कोई नहीं आया. विभागीय मामला है, अधिकारियों को भी अवगत करा दिया है. 

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