
हमारा देश टोने-टोटकों और किस्से कहानियों का है. देश के अलग-अलग क्षेत्र में कई प्रकार के किस्से सुनाने को मिलते हैं, तो स्थानीय लोग अलग-अलग टोने टोटके और रीति रिवाज अपनाते हैं. और ऐसा भी विश्वास व्यक्त किया जाता है कि यह टोटके यकीनन काम करते हैं. बारिश को लेकर कई प्रकार के टोटके किए जाते हैं, जब कभी इंद्रदेव रूठ जाएं और बारिश ना हो तो ग्रामीण कई जतन करते हैं. पूजा अर्चना करते हैं, गांव के बाहर खाना बना कर उज्जैनी मनाते हैं, घासभेरू की सवारी निकालते हैं.
इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए टोटका
झालावाड़ जिले के चोमहला और गंगधार क्षेत्र में एक अनोखी परंपरा है, यहां अगर सारे जतन करने के बाद भी इंद्रदेव प्रसन्न नहीं हुए तो मुक्तिधाम में जाकर गांव के पटेल (मुखिया) को गधे पर उलटा बैठाकर सात चक्कर लगावाये जाते हैं, साथ ही गधे को गुलाबजामुन भी खिलाये जाते हैं, ग्रामीणों की मान्यता है कि इस टोटके से खुश होकर इंद्रदेव प्रसन्न होते और क्षेत्र में बारिश हो जाती है.

गधे को गुलाब जामुन खिलाया.
अच्छी बारिश की कामना की
ऐसा ही नजारा विश्व बारिश में भी झालावाड़ जिले के गंगधार कस्बे में देखने को मिला, जहां अच्छी बारिश की कामना को लेकर परंपरागत ढंग से खेड़ा देवता की पूजा-अर्चना की गई. पूजा में गांव के पटेल (मुखिया) और पुजारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे. इस अवसर पर विशेष परंपरा के तहत गांव के पटेल (मुखिया) रोड़ सिंह ने पहले गधे को गुलाब जामुन खिलाया. और फिर उस पर उल्टा बैठकर श्मशान के सात चक्कर लगाए.
शाम को एक घंटे मूसलाधार बारिश
ग्रामीण इसे टोना-टोटका मानते हैं जो पीढ़ियों से निभाई जा रही परंपरा है. कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने क्षेत्र में समय पर वर्षा और सुख-समृद्धि की कामना की. इसके बाद शाम होते-होते इंद्रदेव मेहरबान हुए और लगातार 1 घंटे तक मूसलाधार बारिश का दौर जारी रहा, जिसके चलते क्षेत्र के चौमहला ,गंगधार में महिला, पुरुषों ने जमकर नृत्य किया.
यह भी पढ़ें: राजस्थान में बारिश से हाईवे बंद, परीक्षा रद्द... 9 जिलों में तबाही का अलर्ट; जानें कब रुकेगी बरसात