ACB Action: आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच के दायरे में आए अतिरिक्त जिला परिवहन अधिकारी (DTO) संजय शर्मा पर एसीबी का शिकंजा कसता जा रहा है. एसीबी की जांच में साफ हुआ है कि संजय शर्मा ने अकूत संपत्ति इकट्ठा की है. विदेशी बैंकों में राशि छिपाई. बच्चों की पढ़ाई पर भी करोड़ों रुपए खर्च किए. संजय शर्मा अपनी आय के मुकाबले 3 गुणा खर्च कर चुका है. इसके अलावा बेनामी रूप से भी उसने संपत्ति इकट्ठा की है.
6 करोड़ से अधिक खर्च कर चुका संजय
संजय शर्मा ने 1992 में परिवहन विभाग में उप निरीक्षक के पद पर ज्वाइन किया था. तब उसके पास कोई संपत्ति नहीं थी. लेकिन नौकरी के दौरान संजय शर्मा ने 6 करोड़ 18 लाख 13 हजार 365 रुपए खर्च किए हैं. जबकि इस दौरान उसकी आय महज 1 करोड़ 99 लाख 88 हजार रुपए ही रही है. भ्रष्टाचार से कमाई गई संपत्ति को उसने विदेशी बैंकों, सोने एवं जमीन में निवेश किया. अमेरिका के फर्स्ट नेशनल बैंक में संजय शर्मा ने करोड़ों रुपए जमा कराए हैं.
बच्चों को पढ़ाई के लिए विदेश भेजा
अपने बेटे बेटियों की पढ़ाई पर उसने 3 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए हैं. संजय शर्मा ने बड़ी बेटी को सिंधिया स्कूल में पढ़ाया. इसके बाद लंदन भी भेजा है. बड़ी बेटी की पढ़ाई पर 1 करोड़ 3 लाख रुपए खर्च हुए हैं. छोटी बेटी कजाकिस्तान से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है. उसकी पढ़ाई पर 74 लाख रुपए खर्च हुए हैं. बेटा अमेरिका से पीएचडी कर रहा है. उसकी पढ़ाई पर 1 करोड़ 32 लाख रुपए खर्च हुए हैं. इन तीनों के विदेश दौरे पर 20 लाख रुपए खर्च हुए हैं.
पत्नी के खाते में जमा करता था अवैध कमाई
संजय शर्मा भ्रष्टाचार से कमाई हुई राशि का एक हिस्सा अपनी पत्नी के खाते में जमा कराता था. 2017 के बाद से संजय शर्मा की पत्नी के खाते में नकदी और चेक से राशि जमा कराई गई. 2017 में ही आरोपी ने पत्नी के खाते में 48 लाख रुपए जमा कराए थे. पत्नी को हर महीने 40 हजार रुपए केसी मंगलम बिल्डमार्ट से मिलते थे. इसमें संजय शर्मा ने 1 करोड़ रुपए का इनवेस्टमेंट किया था. संजय शर्मा ने अपनी भांजी, भाई और मां के नाम पर भी संपत्ति इकट्ठा की है. दो लॉकर भी मिले हैं. इनमें एक पंजाब नेशनल बैंक जयपुर में है और एक लॉकर अलीगढ़ में है.
यह भी पढ़ें: महाकुंभ में महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि ने किया कन्यादान, ग्रीस की पेनेलोप ने की शादी