राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद अब प्रदेश में इंदिरा गांधी स्मार्टफोन स्कीम के तहत लाभार्थी महिलाओं को मिलने वाले निःशुल्क मोबाइल वितरण सेंटर बंद हो गए. इससे प्रदेश के विभिन्न जिलों में निः शुल्क मोबाइल वितरण सेंटर पर मोबाइल की आस में खड़ी महिलाओं के चेहरे मायूस हो गए. बता दें, राजस्थान में आगामी 23 नवंबर को एक चरण में मतदान होने हैं और मतों की गिनती 3 दिसंबर होगी.
गौरतलब है सीएम अशोक गहलोत के महत्वाकांक्षी स्कीम के तहत प्रदेश की 40 लाख महिलाओं को निःशुल्क मोबाइल वितरण किया जाना था, लेकिन मतदान की तारीखों की घोषणा के बाद प्रदेश में आचार संहिता लागू होने अब महिलाओं को निःशुल्क मोबाइल का लाभ नहीं मिल सकेगा. हालांकि कतार में खड़ी महिलाओं को आचार संहिता लगने डर पहले से सता रहा था, लेकिन जैसे ही इसकी सूचना उन तक पहुंची कतार में खड़ी महिलाओं की आंखों में आंसू झलक पड़े.
रिपोर्ट के मुताबिक टोंक जिले में पिछले 3-4 दिनों से लाइनों में लगकर महिलाएं मोबाइल वितरण सेंटर पर मोबाइल पाने की आस में खड़ी थी, लेकिन उन्हें मोबाइल नहीं मिल पा रहे थे. अब जब चुनाव आयोग द्वारा राजस्थान में मतदान की तारीखों की घोषणा हो चुकी है, तो आचार संहिता लागू होने के कारण अब मोबाइल वितरण सेंटर बंद हो चुके है.
उधर, बूंदी में भी आचार संहिता लगने के बाद सीएम मोबाइल वितरण बन्द होने से कतार में लगी महिलाओं को निराश होकर घर लौटना पड़ा, जहां मोबाइल वितरण सेंटर के बाहर बड़ी संख्या में महिलाएं मोबाइल पाने की आस में सुबह से सेंटर पर कतार में खड़ी थीं.
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