REET पेपर लीक केस में ED की एंट्री, जानिए कौन है प्रदीप पाराशर जिसे प्रवर्तन निदेशालय ने किया गिरफ्तार

REET Paper Leak Case: राजस्थान के REET पेपर लीक केस में अब केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एंट्री हो गई है. ईडी के अधिकारियों ने बुधवार रात एक प्रदीप पाराशर नामक एक शख्स को गिरफ्तार किया है. कोर्ट में पेश करने के बाद अब उसे तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है.

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REET Paper Leak Case: रीट पेपर लीक केस में ईडी द्वारा गिरफ्तार प्रदीप पाराशर.


REET Paper Leak Case: राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (Rajasthan Teacher Eligibility Test) के पेपर लीक मामले में अब केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी जांच शुरू कर दी है. ईडी के अधिकारियों ने बुधवार रात एक शख्स को इस मामले में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार शख्स की पहचान प्रदीप पाराशर के रूप में हुई है. बुधवार रात गिरफ्तारी के बाद ईडी ने गुरुवार को प्रदीप पाराशर को कोर्ट में पेश किया. जहां से उसे तीन दिनों की रिमांड में लिया गया है. अब ईडी के अधिकारी प्रदीप पाराशर से मामले में पूछताछ कर अन्य आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश में जुटे है. 

रीट पेपर लीक को गहलोत सरकार पर लगे थे कई आरोप

मालूम हो कि रीट पेपर लीक मामले को लेकर पूर्ववर्ती गहलोत सरकार पर कई गंभीर आरोप लगे थे. जिसको लेकर विपक्ष ने चुनावी मुद्दा भी बनाया था. इस दौरान अपनी सरकार के खिलाफ सचिन पायलट खेमे के विधायकों ने अजमेर से जयपुर तक पेपर लीक माफियाओं के खिलाफ एक यात्रा भी निकली थी. वहीं अब रीट पेपर लीक मामले में प्रदीप पाराशर की गिरफ्तारी ने सनसनी फैला दी है. प्रदीप पाराशर को देर रात उनके घर से गिरफ्तार किया गया.

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2021 में आयोजित हुई रीट परीक्षा से जुड़ा मामला

वर्ष 2021 में रीट भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था. इस परीक्षा पर कई सवाल उठे थे जिसकी जांच एसओजी ने की और बताया कि स्ट्रांग रूम से पर्चा आउट हुआ है ऐसे में शिक्षा संकुल के स्ट्रांग रूम के कोऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर से एसओजी ने पूछताछ भी की थी, लेकिन अब इस मामले में ईडी ने प्रदीप पाराशर को गिरफ्तार कर तीन दिन के रिमांड पर ले लिया है.

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कौन है प्रदीप पाराशर, जिसे रीट पेपर लीक केस में ईडी ने किया गिरफ्तार

प्रदीप पाराशर को वर्ष 2011-12 में रीट परीक्षा का कोआर्डिनेटर बनाया गया था. उस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी. तब बोर्ड के अध्यक्ष सुभाष गर्ग थे. ऐसे में प्रदीप पाराशर को सुभाष गर्ग और बोर्ड चेयरमैन डीपी जरौली के नजदीकी माना जाता है. इसी के चलते इन्हें रीट भर्ती परीक्षा के दौरान शिक्षा संकुल में कोआर्डिनेटर बनाया गया था.

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मामले की जांच में प्रदीप पाराशर की भूमिका को संदिग्ध माना गया है. जिसके चलते अब इस मामले में ईडी की एंट्री हुई है. जिस स्ट्रांग रूम में जयपुर जिले के पेपर रखे गए थे उसकी जिम्मेदारी प्रदीप पाराशर के पास थी. ऐसे में ईडी को लेनदेन से जुड़े कई अहम सुराग भी मिले हैं. अब ईडी प्रदीप पाराशर के जरिए इस पेपर लीक प्रकरण के अन्य शातिरों को गिरफ्तार कर सकती है. 

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