सुप्रीम कोर्ट की हाई पावर कमेटी के सिफारिश के बाद स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण एक हथिनी को जयपुर के आमेर से जामनगर के वंतारा हाथी अभयारण्य में भेज दिया गया है. पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया की तरफ से बुधावार को इस बारे में जानकारी दी गई.
पेटा ने दायर की थी शिकायत
बता दें कि हथिनी मालती के बिगड़ते शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए (पेटा) ने एक शिकायत दायर की थी. इसके बाद कमेटी ने एक स्वतंत्र पशु चिकित्सा विशेषज्ञ नियुक्त किया. जिसके आकलन के आधार पर कमेटी ने हथिनी को दूसरी जगह भेजने की सिफारिश की थी.
120 पशु चिकित्सकों का समर्थन मिला
हथिनी मालती को हाल ही में जामनगर के वन्यजीव अभयारण्य में भेजा गया है. पेटा के एक बयान में कहा गया है कि मालती को स्थानांतरित करने के निर्णय को 120 पशु चिकित्सकों का समर्थन मिला. पेटा इंडिया की 'एडवोकेसी प्रोजेक्ट्स' की निदेशक खुशबू गुप्ता ने कहा, "आमेर किले में मालती जैसे हाथियों को हथियारों से नियंत्रित किया जाता है, सवारी के लिए इस्तेमाल नहीं किए जाने पर उन्हें जंजीरों से बांध दिया जाता है.'
मालती को एक अभयारण्य में भेजने के लिए राजस्थान सरकार का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, "राश हाथी अक्सर उत्पात मचाते हैं, और अभी हाल ही में वहां एक अन्य हथिनी गौरी ने एक पर्यटक का पैर तोड़ दिया था."
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