पुलवामा हमले में केंद्र सरकार ने जवानों को मरवाया, अब दिल्ली में नहीं बनेगी मोदी की सरकारः सत्यपाल मलिक

Ex Governor Satyapal Malik attacks Modi Govt: रविवार को सीकर पहुंचे पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखे हमले किए. उन्होंने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए इस हमले के लिए केंद्र सरकार को दोषी बताया. साथ ही कहा कि इस बार दिल्ली में मोदी की सरकार नहीं बनेगी.

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सीकर में जाट-मुस्लिम-मेघवाल भाईचारा महासम्मेलन में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक.

Ex Governor Satyapal Malik Attacks on Modi Govt: बिहार, जम्मू कश्मीर, गोवा और मेघालय के पूर्व राज्यपाल और सालों तक भाजपा के लिए राजनीति करने वाले सत्यपाल मलिक बीते कुछ समय से अपनी ही पार्टी के खिलाफ चल रहे हैं. उन्होंने पुलवामा हमला, किसान आंदोलन, अग्निपथ स्कीम सहित कई मसलों पर भाजपा पर तीखे हमले किए. अब रविवार को उन्होंने फिर मोदी सरकार पर तीखा हमला किया. सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए इस हमले के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले में केंद्र सरकार ने जवानों को मरवाया था. साथ ही कहा कि इस बार दिल्ली में मोदी की सरकार नहीं बनेगी. दरअसल रविवार को राजस्थान के सीकर में सांप्रदायिक सौहार्द के लिए जाट-मुस्लिम-मेघवाल भाईचारा सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस सम्मलेन में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक बतौर मुख्य अतिथि बुलाए गए थे. इसी दौरान अपने संबोधन में मलिक ने मोदी सरकार पर तीखे हमले किए.

सीकर के एसके स्कूल ग्राउंड नंबर दो पर आयोजित जाट-मुस्लिम-मेघवाल भाईचारा सम्मेलन के मुख्य वक्ता पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक, किसान नेता राधेराम गोदारा थे. इनके अलावा जाट, मुस्लिम और मेघवाल समाज के कई लोग भी मौजूद थे. सम्मेलन में सिंगर अजय हुड्डा व अमन गिल ने अपनी टीम के साथ एक से बढ़कर एक गानों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी.

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किसान नेता गोदारा बोले- सरकार धर्म-जाति के नाम लड़ा रही

सम्मेलन की शुरुआत में किसान नेता राधेराम गोदारा ने कहा कि जाट-मुस्लिम-मेघवाल सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य सांप्रदायिक सौहार्द है. सभी समाज एकजुट होकर रहे. उन्होंने कहा केंद्र सरकार धर्म और जाति के नाम पर लड़ाने का काम कर रही है. जिसका जीता जागता उदाहरण नूंह के दंगे है, जो प्रायोजित थे.

किसान नेता ने आगे कहा कि पिछले वर्ष किसान दिल्ली की बॉर्डर पर पड़े रहे लेकिन सरकार ने उनकी सुध नहीं ली. जंतर मंतर पर महिला पहलवान ने धरना प्रदर्शन किया लेकिन मामले आरोपी बृजभूषण सिंह पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने गजेंद्र सिंह के जोधपुर में अलाउद्दीन खिलजी सहित मुगल शासकों पर दिए गए बयान पर भी जमकर तंज कसे.

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अब दिल्ली में मोदी की सरकार नहीं बनेगीः मलिक

वहीं दूसरी ओर पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि अब ऐसे कार्यक्रमों की जरूरत है, क्योंकि वर्तमान में कोशिश यह हो रही है कि देश में हिंदू-मुस्लिम दंगे कराए जाएं. बीते दिनों नूंह में भी कोशिश हुई जिसे किसानों ने कामयाब नहीं होने दिया. सत्यपाल मलिक ने कहा कि अब दिल्ली में मोदी की सरकार नहीं बनेगी.

पूर्व राज्यपाल ने आगे कहा कि पुलवामा हमले में भी केंद्र सरकार ने ही जवानों को मरवाया था क्योंकि इन्होंने जवानों को हवाई जहाज ही नहीं दिए. मलिक ने एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 4 महीने तक जवानों की एप्लीकेशन होम मिनिस्ट्री में पड़ी रही. मलिक ने कहा कि यदि मुझे हवाई जहाज देने के लिए कहते तो मैं ही दे देता मैं तो वहां परीक्षा के लिए लड़कों को हवाई जहाज दे देता.

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प्रायोजित था नूंह दंगा, किसान ने रोकाः मलिक
नूंह दंगों पर बोलते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि यह प्रायोजित दंगा था. केंद्र सरकार इसे मुजफ्फरनगर, आगरा, भरतपुर और जयपुर तक फैलाना चाहती थी. लेकिन किसानों ने उनका साथ नहीं दिया तो दंगे नहीं फैले. यह अब भी ऐसी ही कोशिश करेंगे लेकिन हमें उसमें घुसने की जरूरत नहीं है. सत्यपाल मलिक ने कहा कि मोदी और केंद्र सरकार दोनों ही 100% देश विरोधी हैं. मणिपुर में मोदी गए तक नहीं.  मेरे पैरों की हालत इतनी ज्यादा खराब है लेकिन फिर भी मैं इन्हें हटाने के लिए जगह-जगह जाऊंगा.

हिंदू-मुस्लिम एकता से भरा है इतिहासः मलिक
सत्यपाल मलिक ने आगे कहा कि यदि यह सरकार नहीं बदली तो इस देश में खेती, फौजी और जो भी अच्छा है वह सब कुछ खत्म हो जाएगा. मलिक ने कहा कि हिंदुस्तान का पूरा इतिहास हिंदू और मुसलमान की एकता का रहा है. ऐसे में हिंदू-मुसलमान के चक्कर में पढ़ने की जरूरत नहीं है.
 

सत्यपाल मलिक ने कहा कि हल्दीघाटी में राणा प्रताप की तरफ से जो सेनापति था उसका नाम हकीम खां था. इसी तरह से राणा सांगा के साथ हसन खां मेवाती लड़े थे. देश का इतिहास ऐसे लोगों से भरा पड़ा है.

नूंह के लोग कम्यूनल नहींः सत्यपाल मलिक

मलिक ने कहा कि केंद्र सरकार खेती और फौजी को खत्म करना चाहती है. मुझे बताएं कि कौन सा युवा केवल 4 साल के लिए अपनी जान हथेली पर रखकर फौज में भर्ती होगा. इसका परिणाम होगा कि हमारी फौजी नकारा हो जाएगी. मलिक ने कहा कि दिल्ली में मैंने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा था कि सावधान रहना चुनाव आने से पहले मोदी कोई ना कोई खुराफात करेंगे. राम मंदिर पर बम फिंकवा सकते हैं या किसी बीजेपी के नेता का कत्ल करवा कहीं दंगा करवा सकते हैं. तीसरे दिन ही नूंह में प्रायोजित दंगा हो गया. नूंह के लोग बिल्कुल कम्यूनल नहीं है. इस दंगे में सरकार ने किसानों और खास तौर पर जाटों को भड़काने की कोशिश की थी. लेकिन वहां के खाप चौधरियों को पता था कि इतिहास क्या है. 

मलिक ने कहा कि मुझे अफसोस है कि आज तक पुलवामा हमले में पता नहीं चल पाया है कि जवानों की शहादत क्यों और कैसे हुई. मलिक ने मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह बहुत खतरनाक, निर्दयी और दुष्ट लोग हैं इनको हटाना आपका कर्तव्य है. इस दौरान सीकर, चूरू, झुंझुनू व हरियाणा सहित कई स्थानों से युवा किसान मजदूर व आमजन मौजूद रहे.

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