Rajasthan Politics: लंबे समय तक राजनीति से गायब रहने वाले मेवाराम जैन (Mewaram Jain) लोकसभा चुनाव के बाद से फिर चर्चा में है. शनिवार को मेवाराम जैन ने रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) से मुलाकात की है. मेवाराम और रविंद्र भाटी की मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जब लोकसभा चुनाव परिणाम (Lok Sabha Election Result 2024) के बाद मेवाराम पर बाड़मेर सीट पर रविंद्र भाटी को लोकसभा चुनाव में समर्थन देने के आरोप लगे थे. कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश चौधरी ने चुनाव परिणाम के बाद एक कार्यक्रम में उनका नाम लिए बिना निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए जमकर हमला बोला था.
लंबे समय तक राजनीति रहे दूर
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद सेक्स स्कैंडल में नाम सामने आने पर मेवाराम जैन को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. इसके बाद वह लंबे समय तक राजनीति से गायब रहे. कुछ समय पहले उनके राजनीति में वापस लौटने की चर्चा थी. इस बीच शनिवार को उनकी मुलाकात रविंद्र भाटी (Ravindra Singh Bhati) से हुई, जिसके बाद राजस्थान की राजनीति में चर्चाओं का नया बाजार गर्म हो गया. सोशल मीडिया पर दोनों नेताओं की मुलाकात को लेकर कई राजनीतिक विरोधी तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं.
रविंद्र भाटी और मेवाराम की हुई मुलाकात
दरअसल, बाड़मेर पंचायत समिति की उण्डखा ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि और कांग्रेस के कार्यकर्ता रहे नींब सिंह उण्डखा के हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए, उनके घायल होने की सूचना मिलने के बाद पूर्व विधायक मेवाराम जैन तुरंत अस्पताल पहुंचे. इस दौरान शिव विधायक और बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रहे रविंद्र सिंह भाटी भी अस्पताल पहुंचे. जिस पर दोनों की मुलाकात हुई. मेवाराम जैन बाड़मेर से लगातार तीन बार विधायक रहे हैं. पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में प्रियंका चौधरी से हार का सामना करना पड़ा था.
सेक्स स्कैंडल में फंसने पर हुए थे निष्कासित
चुनाव के बाद जोधपुर के राजीव गांधी नगर थाने में मेवाराम जैन (Mewaram Jain) के खिलाफ एक पीड़िता ने दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था. इसी दौरान कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. इन वीडियो को लेकर दावा किया गया था कि यह वीडियो पूर्व विधायक मेवाराम जैन के हैं. सेक्स स्कैंडल में नाम सामने आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने मेवाराम जैन को पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
इसके बाद वह कुछ समय तक राजनीति से दूर रहे. हालांकि, इस बार लोकसभा चुनाव को लेकर मेवाराम जैन पर आरोप है कि उन्होंने भीतरघात करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी का साथ देते हुए कांग्रेस पार्टी को हराने के प्रयास किए. अस्पताल में रविंद्र सिंह भाटी और पूर्व विधायक मेवाराम जैन की मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि जो गठबंधन अंदरखाने था वो आज सबके सामने आ चुका हैं.
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