Rajendra Singh Gudha: अपने बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा की मुश्किलें अब बढ़ गई है. हाल ही में प्रदर्शन के दौरान पुलिस-प्रशासन को लेकर राजेंद्र गुढ़ा ने विवादित बयान दिया था. यह बयान सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था. अब मंगलवार को भी प्रदर्शन को लेकर राजेंद्र गुढ़ा समेत 80 लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. यह केस थानाधिकारी की रिपोर्ट पर ही दर्ज किया गया है. गुढ़ागौड़जी थानाधिकारी आसाराम ने अपनी रिपोर्ट में राजेंद्र गुढ़ा पर भड़काऊ भाषण देने और रास्ता रोकने का आरोप लगाया है.
थानाधिकारी का कहना है कि उन्होंने भड़काऊ भाषण दिया, जिसके बाद लोगों ने रास्ते को जाम कर दिया. रिपोर्ट में कहा गया है कि गुढ़ा के नेतृत्व में यहां करीब 80 लोग प्रदर्शन कर रहे थे. इन लोगों ने गुढ़ागौडजी थाना के सामने राज्यकीय मार्ग 37 को जाम कर दिया.
लूट के मामले में किया जा रहा था प्रदर्शन
बीते 5 जनवरी को एक डंपर चालक से मारपीट और लूट की वारदात को हुई थी. बताया जाता है कि 3-4 लोगों ने मिलकर डंपर चालक को रोका था और उसके साथ मारपीट की थी. वहीं चालक के साथ मारपीट के बाद लूट की गई और आरोपी फरार हो गए. इसी वारदात के खिलाफ राजेंद्र गुढ़ा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया था. इसी प्रदर्शन के दौरान लोगों ने राज्यमार्ग 37 को जाम कर दिया.
गुढ़ा ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ दिया था बयान
राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने हाल ही में नवलगढ़ के गोठड़ा में श्री सीमेंट प्लांट पर किसान सभा में विवादित बयान दिया था. सभा में अधिकारियों को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा कि जो लोग बाथरूम में कॉकरोच से डरते हैं, वही लोग थानेदार, एसडीएम, डिप्टी, कलेक्टर और एसपी बनते हैं. जो सांप के बिल में हाथ देते हैं, वे दसवीं में ही फेल हो जाते हैं. उन्होंने पहले तो भीड़ की तरफ इशारा किया और कहा कि ये सब सांप के मुंह में हाथ देने वाले हैं. इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ इशारा करते हुए बोले- इस तरफ कॉकरोच से डरने वाले हैं. गुढ़ा ने यह बयान तब दिया जब एसडीएम ने कंपनी के 300 मीटर दायरे में सभा की अनुमति नहीं दी थी.
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