
Rajasthan News: राजस्थान के सांचौर (Sanchore) जिले में किसानों की 14 सूत्रीय मांगों को लेकर पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई (Sukhram Bishnoi) सहित तीन लोग पिछले 4 दिनों से भूख हड़ताल (Hunger Strike) पर बैठे हैं. गुरुवार को जब डॉक्टर अनशनकारियों का चेकअप करने आए तो उन्होंने सभी की स्वास्थ्य में गिरावट पाई. हालांकि इसके बावजूद अभी तक किसानों से जुड़ी समस्याओं पर कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है. इस वजह से आज संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसान महापड़ाव करेंगे.
किसानों की मांगें क्या हैं?
किसानों ने बताया कि वे लंबे समय से फसल बीमा पॉलिसी, कृषि आदान-अनुदान और अन्य समस्याओं को लेकर प्रशासन के समक्ष ज्ञापन और विरोध प्रदर्शन करते आ रहे हैं. बावजूद इसके, न तो बीमा कंपनियों ने और न ही राज्य सरकार ने कोई समाधान निकाला है. ऐसे में किसानों ने संघर्ष का रास्ता अपनाने का निर्णय लिया है. किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक धरना और अनशन जारी रहेगा.
डाक बंगले में होगा महापड़ाव
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आज डाक बंगले में महापड़ाव का आयोजन किया गया है, जिसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल होंगे. मोर्चा के जिला अध्यक्ष ईशराराम बिश्नोई ने बताया कि किसान लंबे समय से रबी 2023 के बकाया फसल बीमा क्लेम, 2022 की आदान-अनुदान राशि और नर्मदा नहर परियोजना से जुड़ी समस्याओं को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. किसानों ने पहले भी चितलवाना उपखंड मुख्यालय पर महापड़ाव कर अपनी समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया था. इस बार सांचौर उपखंड मुख्यालय पर आयोजित महापड़ाव में रानीवाड़ा, बागोड़ा, भीनमाल और सरनाऊ क्षेत्र सहित दूर-दराज के गांवों से किसान पहुंचेंगे.
महापड़ाव के दौरान रैली और ज्ञापनसंयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की है कि महापड़ाव के दौरान किसान डाक बंगले से जाट धर्मशाला, बिश्नोई धर्मशाला और विवेकानंद सर्किल होते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकालेंगे. इस दौरान किसान अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर ज्ञापन सौंपेंगे. किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान जल्द नहीं हुआ, तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा.
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