गहलोत राज में मंत्री रहे कांग्रेस नेता रामलाल जाट की बढ़ी मुश्किलें, करोड़ों के फ्रॉड मामले की जांच अब CBI करेगी

Ramlal Jat fraud Case: राजस्थान के पूर्व मंत्री रामलाल जाट की मुश्किलें बढ़ गई है. रामलाल जाट के खिलाफ दर्ज करोड़ों की धोखाधड़ी मामले की जांच अब सीबीआई करेगी.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री रामलाल जाट.

CBI in Ramlal Jat Fraud Case: अशोक गहलोत के कार्यकाल में राजस्थान के राजस्व मंत्री रहे कांग्रेस के कद्दावर नेता रामलाल जाट की मुश्किलें बढ़ गई है. रामलाल जाट के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी मामले की जांच अब सीबीआई को सौंप दी गई है. रामलाल जाट सहित पांच अन्य लोगों के खिलाफ 5 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला दर्ज है. मंत्री पर राजसमंद के एक माइनिंग कारोबारी ने आरोप लगाया था कि उन्होंने करोड़ों रुपए की ग्रेनाइट माइंस में 50 प्रतिशत शेयर छोटे भाई के बेटे और उसकी पत्नी के नाम करवाए थे.  

पूर्व मंत्री सहित 5 अन्य लोगों पर है धोखाधड़ी का मामला

पूर्व मंत्री रामलाल जाट सहित 5 अन्य लोगों के खिलाफ 17 सितंबर 2022 को कोर्ट के आदेश पर भीलवाड़ा के करेड़ा थाने में धोखाधड़ी और चोरी का मामला दर्ज किया गया था. माइनिंग कारोबारी ने अपनी शिकायत में लिखा था कि 50 फीसदी शेयर मंत्री के परिजनों के नाम करने के बदले 5 करोड़ रुपए देने का वादा किया था. लेकिन, डॉक्युमेंट पर नाम कराने के बाद रुपए नहीं दिए गए.

इस मामले में मंगलवार को जोधपुर हाईकोर्ट के जज फरजंद अली ने कांग्रेस नेता रामलाल जाट के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए. मामले की जांच सीबीआई के हाथों में सौंपे जाने का मतलब है कि अब केंद्रीय एजेंसी इसकी जांच-पड़ताल करेगी. 

केस डायरी सीबीआई को सौंपने को कहा

बताया जाता है कि कोर्ट में पीड़ित माइनिंग कारोबारी परमेश्वर ने प्रभावी लोगों के शामिल होने के चलते सीबीआई जांच की मांग की थी. हाईकोर्ट ने सीबीआई को केस डायरी समेत अन्य डॉक्युमेंट्स DGP कार्यालय से लेकर निष्पक्ष जांच करने के आदेश दिए हैं. वहीं DSG मुकेश राजपुरोहित को इस आदेश को सीबीआई अधिकारियों को सूचित करने को कहा है.

Advertisement

जानिए क्या है पूरा मामला

रिपोर्ट में ज्ञानगढ़ निवासी पूरणलाल पुत्र मन्नु गुर्जर, अंटाली प्रतापपुरा निवासी सूरज जाट, अंटाली निवासी महिपाल सिंह, प्रतापपुरा निवासी रामलाल जाट, प्रतापपुरा निवासी महावीर प्रसाद पुत्र रामस्वरूप चौधरी का नाम है. माइनिंग व्यवसायी राजसमंद के गढ़बोर निवासी परमेश्वर पुत्र रामलाल जोशी ने पुलिस को रिपोर्ट में बताया था कि वह करेड़ा के रघुनाथपुरा में मैसर्स अरावली ग्रेनि मार्मो प्रा.लि नाम से ग्रेनाइट मांइस का काम करता है.

माइंस में वह डायरेक्टर और शेयर होल्डर है. कंपनी का रजिस्ट्रेशन श्याम सुंदर गोयल व चंद्रकांत शुक्ला के नाम से है. जिस समय कंपनी का रजिस्ट्रेशन हुआ था, उस समय परमेश्वर श्याम सुंदर व चंद्रकांत से 10 करोड़ रुपए मांगता था. इसके चलते इन दोनों ने माइंस के 50 प्रतिशत शेयर परमेश्वर व उसकी पत्नी भव्या जोशी के नाम पर कर दिए थे.

यह भी पढे़ं - गहलोत सरकार में मंत्री रहे रामलाल जाट को गिरफ्तारी का डर, हाईकोर्ट में दायर की याचिका, सुनवाई कल

Advertisement