Rajasthan News:15 दिसंबर को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अशोक गहलोत मंच पर साथ बैठे दिखाई दिए. इस दौरान दोनों के बीच काफी लम्बी चर्चा देखने मिली. गहलोत-शेखावत का यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया. क्यूंकि दोनों ही नेता एक दुसरे के कड़े प्रतिद्विंदी माने जाते हैं.
रविवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने जोधपुर गए शेखावत से मीडिया ने यह सवाल कर लिया कि, मंच पर आप और गहलोत के बीच क्या बात-चीत हुई? इस पर शेखावत ने जवाब देते हुए कहा कि, गहलोत ने उनसे कहा कि अब फ्री हो गए हैं. कोई एक तारीख तय करते हैं और साथ में चाय पीते हैं. शेखावत ने कहा कि, 'वो बड़े नेता हैं. हमारे उनसे वैचारिक मतभेद जरूर हैं लेकिन उनसे कोई मनभेद नहीं है, मैं तो उनसे मिलकर जादूगरी सीखूंगा'
माना जाता है कि गहलोत और शेखावत एक दुसरे के प्रतिद्विंदी हैं. गहलोत शेखावत पर संजीवनी घोटाले में लिप्त होने के इल्जाम लगाते रहे हैं. वहीं दूसरी और शेखावत ने गहलोत पर इस मामले मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाया हुआ है. गजेंद्र सिंह शेखावत और अशोक गहलोत दोनों जोधपुर से आते हैं. शेखावत जोधपुर से सांसद हैं और गहलोत यहां से 5 बार सांसद रह चुके हैं और जोधपुर की सरदारपूरा विधानसभा सीट से वो विधायक बन कर वो तीन बार सूबे के मुख्यमंत्री बने हैं. शेखावत इससे पहले भी गहलोत की तारीफ कर चुके हैं. विधानसभा चुनाव से पहले शेखावत ने गहलोत की तारीफ करते हुए कहा था कि, अशोक गहलोत काफी तजुर्बेकार नेता हैं और उनके 50 साल लंबे राजनीतिक करियर से काफी कुछ सीखा जा सकता हैं.