Rajasthan News: राजस्थान में सवाईमाधोपुर जिला कलेक्टर शुभम चौधरी और पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता बुधवार को गंगापुर सिटी के दौरे पर रही. जिसको लेकर वहां के लोगों में रोष देखने को मिल रहा है. लोगों का कहना है कि गंगापुर सिटी जिला हटने के लगभग 22 दिन बाद जिला कलेक्टर ने गंगापुर सिटी में आई है.
उनका मानना है कि क्या इसी तरह अधिकारी कभी-कभी गंगापुर में दिखाई देंगे. दूसरी तरह जिले की दोनों महिला अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों की बैठक ली है. जिसमें पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने सदर थाना उदयपुर थाने का निरीक्षण किया, अपराधों के बारे में, गश्त के बारे में जानकारी लेते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिए.
जिला हटने के 22 दिन बाद आई कलेक्टर
वहीं जिला कलेक्टर सवाई माधोपुर शुभम चौधरी ने पुराने कलेक्ट्री चैम्बर में सभी विभागों के अधिकारियों से मुलाकात कर चर्चा की. जिला हटने के 22 दिन बाद सवाई माधोपुर की कलेक्टर का पहली बार आना शहर में चर्चा का विषय बन गया. इस दौरान जिला कलेक्टर शुभम चौधरी ने जिला अस्पताल का निरीक्षण भी किया.
जिला कलेक्टर के साथ निरीक्षण के दौरान एसडीएम व्रजेंद्र मीणा, तहसीलदार सुधारानी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे. जिला कलेक्टर ने सभी वार्डों का निरीक्षण किया, मरीजों से मुलाकात कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली. साथ ही जिला कलेक्टर ने गंदगी मिलने पर नाराजगी भी जताई.
SDM करेंगे समय-समय पर आमजन की सुनवाई
वहीं आमजन ने जिला कलेक्टर से समय पर और निर्धारित समय तक चिकित्सकों के अस्पताल में नहीं रुकने, जलभराव और गंदगी की भी शिकायत की है. मीडियाकर्मियों से बातचीत में जिला कलेक्टर ने कहा कि व्यवस्थाओं में कुछ सुधार की आवश्यकता है.
साथ ही लोगों ने जिला अस्पताल में 24 घंटे दवा काउंटर खोलने, स्टाफ की कमी से जिला कलेक्टर को अवगत करवाया. प्रशासनिक कामकाज, आमजन की सुनवाई और समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टर ने कहा कि एसडीएम सहित सभी अधिकारी समय-समय पर आमजन की सुनवाई करते रहेंगे.
जिला हटने से ठप पड़ा विकास
जिला कलेक्टर से पूछा गया कि आप दोनों जिले के बड़े अधिकारी हैं तो क्या हफ्ते में 2 दिन आपको सबसे बड़े उपखंड में आकर सुनवाई नहीं करनी चाहिए. इस पर कलेक्टर ने कहा कि ये संभव नहीं वो कोशिश करेंगी कि नियमित सुनवाई हो और समस्याओं का निस्तारण हो. आज जिला कलेक्टर के इस दौरे आमजन ने औपचारिकता बताते हुए कहा कि जिला हटने के बाद गंगापुर शहर का विकास, नए काम, अधिकारियों की उदासीनता के चलते सब ठप पड़ा है.