Rajasthan News: जयपुर के बाल सुधार गृह (Jaipur Juvenile Home) से भागे तीन नाबालिगों ने रोहतक में एक व्यापारी को उसकी मां के सामने गोलियों से भून दिया, जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई. ये वारदात 29 फरवरी की है, लेकिन 7 मार्च को इसका घटना का सीसीटीवी सामने आया है, जिसके बाद गैंगस्टर रोहित गोदारा (Rohit Godara) ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है.
'समय लग सकता है, माफ नहीं है'
रोहित गोदारा ने अपने फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट करते हुए लिखा, 'राम राम भाइयों को. मैं रोहित गोदारा, गोल्डी बराड़, आज गुरुग्राम के बुकी (सचिन गोदा), जो खुद को दिल्ली का सबसे बड़ा बुकी मानता था. जिसकी आज लखन माजरा हरियाणा में होटल पर हत्या हुई है. इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी हम लेते हैं. ये हमारे दुश्मनों कौशल चौधरी और अमित डागर का पार्टनर था. इन्होंने जो सांचौर मर्डर वाला राजन कुरुक्षेत्र में मारा था, हम उसे नहीं जानते थे. हमारा जो भाई राजन है, वो नूंह जेल में बंद है. रही बात हमारे किए फोन को जो इग्नोर करेगा, उसका यही जवाब होगा. और फिर भी अगर समझ में नहीं आए तो अपनी अर्थी चोकठ पे तैयार रखें. चाहे किसी को भी अपना आका मान लेना. समय लग सकता है. माफी नहीं है.'
सफेद गाड़ी में आए थे बदमाश
बताते चलें कि जयपुर बाल गृह से 12 फरवरी को 23 बच्चे और 5 मार्च को 20 बच्चे फरार हो गए थे. पुलिस ने कई बच्चों को वापस पकड़ लिया था, लेकिन अभी भी कुछ बच्चे फरार हैं, जो ऐसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. इनमें से एक लॉरेंस बिश्नोई गैंग से ताल्लुख रखता है और उसी ने रोहतक के व्यापारी की हत्या की है. बताया जाता है कि सचिन का परिवार गुरुग्राम से संगरुर के लिए शादी समारोह में शामिल होने के लिए रवाना हुआ था. कार में सचिन, उसकी मां, पत्नी और दो बच्चे सवार थे. इस दौरान सचिन ने खाना खाने के लिए अपनी गाड़ी जींद-रोहतक रोड पर लाखनमाजरा के पास एक होटल पर रोकी थी. खाने के बाद जैसे ही सचिन गाड़ी में आकर बैठा तभी अचानक सफेद रंग की गाड़ी में 2-3 युवक सवार होकर आए और सचिन पर गोलियां बरसां दी. इस दौरान सचिन को बचाने आईं उसकी मां के पैर में भी गोली लग गई. हमलावर उसके बेटे का मोबाइल फोन लेकर अपनी गाड़ी में सवार होकर फरार हो गए. सिर व पेट में गोलियां लगने से सचिन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.