Rajasthan News: केंद्र सरकार ने नशे के खिलाफ जंग में बड़ा कदम उठाते हुए राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन MANAS-1933 शुरू की है. यह हेल्पलाइन देश को 2047 तक नशामुक्त बनाने के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी. इस पहल से नशे के सौदागरों पर नकेल कसी जाएगी और नशे की लत से जूझ रहे लोगों को नया जीवन मिलेगा.
24 घंटे मदद के लिए तैयार
MANAS-1933 हेल्पलाइन दिन-रात काम करेगी. लोग इस पर ड्रग्स तस्करी की गुप्त जानकारी साझा कर सकते हैं. सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी.
इसके अलावा नशे की लत छुड़ाने के लिए काउंसलिंग और पुनर्वास की सुविधा भी उपलब्ध होगी. यह हेल्पलाइन देशभर की एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTFs) से जुड़ी है ताकि तस्करों पर तुरंत कार्रवाई हो सके.
हर स्तर पर जागरूकता अभियान
गृह विभाग के निर्देश पर MANAS-1933 का प्रचार-प्रसार पूरे देश में किया जाएगा. स्कूल, कॉलेज और पंचायत स्तर तक इस हेल्पलाइन की जानकारी पहुंचाई जाएगी. गृह विभाग के संयुक्त शासन सचिव महेंद्र कुमार खींची ने सभी विभागों को प्रचार में तेजी लाने और समय-समय पर प्रगति रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं.
ऑनलाइन संसाधनों से बढ़ेगा जागरूकता
हेल्पलाइन के साथ-साथ सरकार ने https://www.ncbmanas.gov.in/awareness वेबसाइट भी शुरू की है. इस पर जागरूकता के लिए पोस्टर, वीडियो और ब्रोशर उपलब्ध हैं जिन्हें लोग देख सकते हैं, डाउनलोड कर सकते हैं और दूसरों के साथ साझा कर सकते हैं. यह कदम समाज में नशे के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगा.
सबकी भागीदारी जरूरी
सरकार का मानना है कि नशे के खिलाफ लड़ाई में समाज का हर व्यक्ति महत्वपूर्ण है. MANAS-1933 नशा मुक्ति और तस्करी रोकने में एक मजबूत हथियार बनेगा. यह हेल्पलाइन न केवल तस्करों पर लगाम लगाएगी बल्कि नशे की लत से जूझ रहे लोगों के पुनर्वास में भी मदद करेगी. आइए, इस मुहिम में शामिल होकर नशामुक्त भारत का सपना साकार करें.
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