राजस्थान में कोरोना का केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, डॉक्टरों ने दी सतर्क रहने की सलाह

Covid New Variant JN-1: जैसलमेर में कोरोना के दो केस मिलने के बाद प्रदेश में खतरा बढ़ गया है. वहीं,बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल की तैयारी केवल कागजों में ही हो रही है. सैकण्ड वेव में जिस एमसीएच में मरीजों को भर्ती किया गया था जो आज भी धूल में सना हुआ है. 

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(प्रतीकात्मक तस्वीर)

Covid Guideline In Rajasthan: देश भर में कोरोना के 279 केस रिपोर्ट हुए हैं. यह जेएन-1 वैरिएंट बताया जा रहा है. इसे ज्यादा खतरनाक नहीं माना जा रहा है. यह ओमिक्रोन फैमिली का है. जैसलमेर में दो केस रिपोर्ट होने के बाद बीकानेर में भी स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है. इसे लेकर सरकार की नई गाइड लाइंस का इन्तेज़ार किया जा रहा है. 

डॉक्टरों का कहना है कि संसाधनों की कोई कमी नहीं है. बीकानेर में अभी तक कोई केस रिपोर्ट नहीं हुआ है, लेकिन टूरिस्ट सीज़न को देखते हुए आने वाले दिनों में पॉजिटिव केस रिपोर्ट होने की सम्भावनाओं से इनकार भी नहीं किया जा सकता. सीएमएचओ डॉ. मुहम्मद अबरार पंवार और पीबीएम प्रशासन ने व्यवस्थाओं की समीक्षा शुरू कर दी है. साथ ही, लोगों से कोविड-19 की गाइड लाइन फॉलो करने को कहा गया है. 

राजस्थान में कोविड का कोई केस आया तो उसे एमसीएच में ही भर्ती किया जाएगा. इसमें क़रीब 500 बेड्स की कैपेसिटी के साथ ऑक्सीजन लाइन भी है. सैकण्ड वेव में एमसीएच परख में खरा उतर चुका है. इसके सैकण्ड और थर्ड फ़्लोर पर कोरोना पेशेन्ट्स रखे जा सकेंगे. 

Covid OPD में रोज हो रही मरीजों की जांच

पीएमआर सेन्टर में कोविड ओपीडी अभी चालू है. यहां रोजाना 10 से 15 मरीजों की जांच हो रही है. फिलहाल अभी तक कोई भी पॉजिटिव केस रिपोर्ट नहीं हुआ है. विदेश जाने वाले या वीआईपी मूवमेन्ट वाले जांच करवाने यहां आते हैं. चिकित्सा विभाग ने पूर्व में जारी कोविड-19 रिवाइज्ड सर्विलांस गाइड लाइन का प्रभावी रूप से पालन किया जा रहा है. बेड, जांचें, लॉजिस्टिक, ऑक्सीजन की मॉनिटरिंग पर लगातार अमल किया जा रहा है. 

बुखार, गला ख़राब व सांस फूलने पर कराएं जांच 

मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर और कोविड के नोडल प्रभारी डॉ. सुरेन्द्र कुमार वर्मा का कहना है कि बुखार, गला खराब, हाथों-पैरों में दर्द और सांस फूलने पर तुरन्त डॉक्टर जांच करवाएं. देश में फिलहाल कोरोना के 279 केस ही रिपोर्ट हुए हैं, सबसे ज्यादा केरल में हैं.

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राजस्थान के जैसलमेर में बुधवार को 2 केस आए हैं. वायरस म्यूटेन्ट होकर आया है. इसलिए ज्यादा खतरनाक नहीं है. डॉ. वर्मा बताते हैं कि सामान्य तौर पर पैरासिटामोल से काम चल जाता है. एंटीबायोटिक के रूप में एजीथ्रोमाइसिन ले सकते हैं. 

कोविड से लड़ने की पूरी है तैयारी 

सीएमएचओ डॉ. मुहम्मद अबरार पंवार बताते हैं कि जैसलमेर में कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट होने के बाद सरकार की नई गाइड लाइन का इन्तजार किया जा रहा है. यहां फिलहाल ऐसा कोई केस नहीं आया है. हमारे इंतजाम पूरे हैं. कोविड-19 की गाइड लाइन ही अभी लागू है. वहीं, पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. प्रमोद कुमार सैनी का कहना है कि पिछले दिनों मॉक ड्रिल के दौरान सभी इन्तज़ाम देख लिए गए थे. एमसीएच पूरी तरह तैयार है. ऑक्सीजन सिस्टम से अटैच है. ज़रूरत पड़ने पर उसे और तैयार करवा दिया जाएगा.

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