How Rajya Sabha member elected: राज्यसभा के 9 सदस्यों के स्थान रिक्त पड़े हैं जो अलग-अलग राज्यों के कोटे से हैं. इस वजह से इन रिक्त 9 सीटों के लिए उपचुनाव कराया जा रहा है. इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई है. वहीं 3 सितंबर को मतदान कराए जाएंगे. राजस्थान से एक सीट पर राज्यसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने नामांकन दाख़िल कर दिया है. जबकि कांग्रेस ने हाथ खड़े कर दिये हैं.
कांग्रेस की तरफ़ से कैंडिडेट नहीं उतारने की वजह से चुनाव महज़ औपचारिकता है. इस चुनाव से रवनीत सिंह बिट्टू के रूप में राजस्थान में बाहर से आने वाले राज्यसभा सांसदों की सूची में एक और नाम जुड़ गया है.
रवनीत सिंह बिट्टू को चाहिए 98 विधायकों का मत
राज्यसभा सदस्य बनने के लिए रवनीत सिंह बिट्टू को जीतने के लिए राजस्थान के 98 विधायकों के मतों की आवश्यकता है. जबकि बीजेपी के पास 114 विधायक है ऐसे में रवनीत सिंह बहुत मज़बूत स्थिति में थी. जबकि कांग्रेस के पास केवल 66 विधायक थे. यही वजह रही कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनावी मैदान में उम्मीदवार उतारने से इनकार कर दिया.
कैसे होता है राज्यसभा चुनाव
दरअसल राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया लोकसभा चुनाव से बिलुकल अलग होती है. इस चुनाव में सीधे जनता हिस्सा नहीं लेती बल्कि जनता द्वारा चुने गए विधायक इसमें वोटिंग करते हैं. इस प्रक्रिया में वोटिंग और काउंटिंग के लिए एक विशेष फ़ॉर्मूले का उपयोग किया जाता है. इसके लिए किसी भी उम्मीदवार के जीत के लिए मतों का आंकड़ा पहले ही तय होता है. राज्यसभा चुनावों में राज्यों में जितने सीट ख़ाली होती है उसमें एक जोड़कर जितने विधानसभा सीटें होती है उससे नंबर से भाग दिया जाता है. जो परिणाम आता है उसमें फिर से एक जोड़ा जाता है. यही संख्या जीत के लिए ज़रूरी वोट होता.
1 सीट+1=2, राजस्थान में विधायकों की संख्या 194/2=97, 97+1=98 वोट
उदाहरण के तौर पर राजस्थान में राज्यसभा की एक सीट पर चुनाव हो रहा है. इसमें 1 और जोड़ने पर 2 की संख्या आएगी. राजस्थान में 200 विधानसभा सीटे हैं लेकिन वर्तमान में छह सीट ख़ाली है इस लिहाज़ से विधायकों की संख्या 194 है. अब इसमें 2 से भाग देने पर परिणाम 97 आएगा. इसमें अब फिर 1 और जोड़ने पर यह संख्या 98 हो जाएगी. यानी एक सीट के लिए राजस्थान में अभी उम्मीदवार को 98 विधायकों के वोट की जरूरत है. इस 98 के आंकड़े से कांग्रेस काफी दूर है. जबकि बीजेपी के पास इससे ज्यादा मत हैं. इस लिहाज़ से रवनीत सिंह को जीतने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी.
राजस्थान में राज्यसभा की 10 सीटों में से पाँच सीट कांग्रेस के पास और चार सीट भाजपा के पास है ख़ाली हुई एक सीट पर चुनाव हो रहा है जिस पर भाजपा के उम्मीदवार की जीत गए हैं इस लिहाज़ से राजस्थान में राज्य सभा में दोनों ही पार्टियों का पलड़ा बराबर हो जाएगा. जून 2026 में राजस्थान में राज्यसभा की दो सीटें ख़ाली होंगी.
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