Rajasthan Street Dog: राजस्थान में कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. गली में घूमने वाले कुत्ते लगातार मासूम पर हमला कर रहे हैं. लेकिन इस अनजान खतरे को लेकर न तो सरकार और प्रशासन सतर्क है और न ही क्षेत्र का नगर निगम इसे लेकर कोई ठोस कार्रवाई कर रहा है. हाल ही में प्रदेश में दर्जनों कुत्तों के हमले के मामले सामने आ चुके हैं. जिसमें ज्यादातर मासूम ही कुत्तों का शिकार बन रहे हैं. कुत्तों के हमले को लेकर कोर्ट भी टिप्पणी कर चुका है. लेकिन इसके बावजूद इसकी गंभीरता को हर तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है. स्ट्रीट डॉग को लेकर नगर निगम की सबसे बड़ी जिम्मेदारी बनती है लेकिन अधिकारी घटना के इंतजार में सो रहे हैं. नया मामला पाली जिले से आया है जहां एक मासूम को 5 कुत्तों ने शिकार बनाया है.
पाली जिला मुख्यालय में आवारा कुत्तों के हमले का सिलसिला जारी है. यहां बीते दो महीने में 3 दर्जन से ज्यादा आवारा कुत्तों के हमले का मामला सामने आ चुका है. लेकिन प्रशासन से लेकर नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी सो रहे हैं. पाली में एक मासूम पर 5 कुत्तों ने एक साथ हमला किया लेकिन इसके बावजूद नगर निगम की नींद नहीं खुली है.
खेल रहे मासूम पर कुत्तों का हमला
पाली अणुव्रत नगर रामलीला मैदान में भाई के साथ खेल रहे मासूम पर पांच कुत्ते टूट पड़े और पूरे शरीर पर 15 जगह से काट डाला. पिता बचाने पहुंच दौड़ा तो उसे भी कमर पर काट लिया पिता ने कहा कि अगर कुछ सेकंड और हो जाती तो कुत्ते बच्चे को फाड़ लेते. बच्चों को बांगड़ अस्पताल सर्जिकल वार्ड में लाया गया जहां उसका उपचार में चिकित्सक जुटे हैं. बताया जाता है कि जयपुर के सांगानेर कॉलोनी निवासी याकूब का उसका छोटा भाई मुराद मैजिक शो का काम करते हैं. पिछले कुछ दिनों से दोनों का परिवार पाली के रामलीला मैदान अनुब्रतनगर में स्थाई रूप से निवास कर रहा.
फेजल अपने भाई के साथ खेल रहा था और मां और ताई पानी लेने गई हुई थी. इसी दौरान पांच कुत्तों ने फेजल पर हमला कर दिया. इस दौरान पिता दौड़े और बच्चे को कुत्तों के चुंगल से छुड़ाया. लेकिन आवारा कुत्तों ने फेजल को 15 जगह से काट खाया जबकि कुत्ते ने उसके पिता मुराद अली पर भी कमर पर काट लिया.
बच्चे के चेहरे हाथ पैर कमर पेट शरीर के अन्य हिस्सों पर नोचने के निशान है उसके शरीर पर 15 से ज्यादा घाव है. अगर बचाने में देर हो जाती तो कुत्ते उसे फाड़ देते.
भरतपुर में आया था ऐसा ही मामला
भरतपुर जिले में ऐसे ही कुत्तों के हमले का मामला सामने आया था. जहां एक बच्ची को कुत्तों के झुंड ने बुरी तरह से नोंच खाया था. इस घटना के बाद हाईकोर्ट के जस्टिस ने भी टिप्पणी की थी. लेकिन इसके बाद भी प्रदेश में आवारा कुत्तों के हमले से बचाने का कोई रास्ता नहीं निकाला गया.
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