Rajasthan News: देश के पहले ई-क्रूज सर्विस की अजमेर से शुरुआत हो गई है. आनासागर झील में शुक्रवार से पर्यटक इसकी सवारी का लुत्फ उठा सकेंगे. आज जन प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने इसका उद्घाटन किया है. आइए जानते हैं भारत के पहले ई-क्रूज सर्विस का किराया कितना होने वाला है? और इस किराए में आपको क्या-क्या सुविधाएं मिलने वाली हैं?
एक साथ बैठ सकेंगे 45 यात्री
क्रूज ऑपरेटर जेपी दाधीच ने NDTV राजस्थान से खास बातचीत करते हुए बताया कि, 'ई-क्रूज में एक साथ 150 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है. पहले और दूसरे फ्लोर पर 75-75 लोग बैठ सकेंगे. दोनों फ्लोर्स में बायो टॉयलेट भी हैं. इसकी लंबाई 22 मीटर और चौड़ाई 8 मीटर है. आनासागर झील का एक राउंड पूरा करने में ई-क्रूज को 45 मिनट का समय लगेगा. इस दौरान म्यूजिक सिस्टम और कैप्टन रूफ टॉप पर होंगे. रेस्क्यू बोट के साथ तैराक भी साथ चलेंगे. पार्टी के आयोजन के दौरान ई-क्रूज पर विशेष व्यवस्था रहेगी.
पर्यटकों के लिए विशेष तोहफा
अजमेर एक धार्मिक नगरी है. ऐसे में यहां सालभर देसी-विदेशी टूरिस्ट के आने-जाने का सिलसिला लगा रहता है. आनासागर झील को शहर की हृदयस्थली कहा जाता है. ऐसे में डबल डेकर ई-क्रूज का शुरू होना पर्यटकों के लिए किसी बड़े तोहफे से कम नहीं है. इसका सफर करके उन्हें एक नए रोमांच का अनुभव होगा. यह ई-क्रूज बैटरी से चलेगा, जो भारत में पहली बार है. यानी इस ई-क्रूज के चलने से कोई पॉल्यूशन नहीं होगा, और पानी में रहने वाले जीव-जंतुओं और प्राकृतिक वातावरण पर भी कोई नेगेटिव असर नहीं पड़ेगा.
इन्होंने की क्रूज की पहली सवारी
इस आलीशान और आरामदायक क्रूज के उद्घाटन समारोह में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत, विधायक अनीता भदेल, नगर निगम महापौर ब्रज लता हाडा, जिला कलेक्टर लोकबंधु, नगर निगम आयुक्त सहित शहर के तमाम राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. उद्घाटन समारोह के बाद सभी जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों को क्रम की यात्रा भी कराई गई.
क्रूज संचालक जे पी दाधीच ने जानकारी देते हुए बताया कि ई-क्रूज में ऑनलाइन बुकिंग का सिस्टम भी रखा गया है. वहीं, जो पर्यटक आनासागर की पुरानी चौपाटी स्थित जे टी क्रूज ऑफिस में आयेंगे, उन्हें हाथों हाथ बुकिंग करा दी जायेगी. प्रति व्यक्ति लगभग ₹350 किराया होगा. वहीं पूरा क्रूज बुक करने पर किराए में रियायत दी जाएगी.
बोट क्राफ्ट ईवी के प्रतिनिधि जॉन फर्नांडीज ने जानकारी देते हुए बताया कि इस ई-क्रूज को तैयार करने में दो साल का समय लगा. करीब 30 कर्मचारी इस बनाने का काम कर रहे थे. इसे बनाने में करीब 5.3 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इस क्रूज में राजस्थानी खाने के साथ-साथ कैंटीन की सुविधा पर्यटकों को उपलब्ध होगी.
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