Jahazpur Tension: शाहपुरा के जहाजपुर में माहौल अब भी तनावपूर्ण है. जहाजपुर के बाजार शनिवार को लगातार तीसरे दिन भी बंद रहे. शनिवार को दर्जनों की संख्या में महिलाएं भी सड़कों पर उतरी और प्रदर्शन करते हुए प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान महिलाओं ने पुलिस थाने पर चूड़ियां भी फेंकी. स्थानीय लोगों के आक्रोश के चलते जहाजपुर उपखंड के आधा दर्जन गांव के भी बाजार बंद रहे. उल्लेखनीय हो कि यहां के लोग अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हैं. कल्याण जी मंदिर के पास ग्रामीणों का धरना चल रहा है.
14 सितंबर को राम रेवाड़ी पर पथराव से शुरू हुआ विवाद
शनिवार को जहाजरपुर में महिलाओं ने नगरपालिका शहरी क्षेत्र में विरोध मार्च निकाला. आंदोलन में अचानक उत्तरी महिलाओं ने जहाजपुर थाने के बाहर जमकर प्रदर्शन भी किया और थाने में चूड़ियां फेंकी. गांव में 14 सितंबर को राम रेवाड़ी के जुलूस पर हुए पथराव में शामिल शेष बदमाशों की गिरफ्तारी सहित 14 सूत्री मांगों को लेकर ग्रामीण आंदोलन कर रहे हैं. कल्याण जी मंदिर के बाहर चल रहे हैं अनिश्चित कालीन धरने पर हुई बैठक में अनिश्चितकालीन बाजार बंद का निर्णय लिया गया.
जहाजपुर के साथ-साथ आस-पास के दो दर्जन गांवों के बाजार भी रहे बंद
धरना स्थल पर हुए इस निर्णय को जहाजपुर तहसील क्षेत्र के व्यापार मंडलों ने समर्थन दिया है. इसी के तहत आज तीसरे दिन शहर के साथ ही आसपास के करीब दो दर्जन गांवों के भी बाजार बंद रहे. पीतांबर राय न्याय संगत समिति के बैनर तले आज जहाजपुर कस्बे की महिलाएं भी आंदोलन पर उतर आई. महिलाओं ने कल्याण राय जी के मंदिर के बाहर धरना स्थल से विरोध मार्च निकलना शुरू किया.
कल जिला बंद कराने की तैयारी
शहर के मुख्य बाजारों से होते हुए जुलूस थाने तक पहुंचा. जुलूस के दौरान महिलाएं पुलिस और प्रशासन की अब तक की कार्रवाई को लेकर रोष व्यक्त कर रही थी. उधर पीतांबर राय न्याय संघर्ष समिति के भगवान पर 17 नवंबर को शाहपुरा जिला बंद करने को लेकर व्यापारिक संगठनों के साथ बातचीत का दौर शुरू हो चुका है.
2 महीने से जहाजपुर कस्बे में चल रहा आंदोलन
गौरतलब है कि 17 नवंबर को शाहपुरा जिला बंद रखने की अपील पीतांबर राय न्याय संघर्ष समिति ने की है. उधर पुलिस लगातार व्यापारिक संगठनों से बाजार खुला है रखने और शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील कर रही है. बताया जा रहा है कि जहाजपुर कस्बे में 14 सितंबर को जल झूलन महोत्सव के दौरान गांव के सभी मंदिरों से राम रेवड़ियां जल झूलन के लिए जा रही थी. तभी पीतांबर राय भगवान का विवाह एक धर्म स्थल के बाहर पहुंचा जहां से कुछ लोगों ने पथराव कर दिया. इसके बाद से ही बीते 2 महीने से जहाजपुर कस्बे में आंदोलन चल रहा है.
पहली बार महिलाएं उत्तरी मैदान में
जहाजपुर जलझूलनी एकादशी पर बेवाण पर पत्थर बाजी का मामले को विरोध लगातार तेज होता जा रहा है.महिलाओ सहित सैकडौ लोग ने जहाजपुर थाने के बाहर प्रदर्शन किया. महिलाओं ने पुलिस थाना जहाजपुर में चूड़ियां फेंकी. महिलाओं ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ लापरवाही करने के आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की.
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