Shahpura Jahazpur Tension: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में देवली उनियारा के निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा SDM को थप्पड़ मारने की घटना से टोंक में भारी बवाल मचा है. इस बवाल के बीच अब राजस्थान के शाहपुरा जिले के जहाजपुर में भी माहौल बिगड़ने की खबर सामने आई है. हालांकि यहां दूसरे कारण से माहौल बिगड़ा है. दरअसल शाहपुरा जिले के जहाजपुर कस्बे में 14 सितंबर को जलझूलनी एकादशी के दिन जुलूस पर पथराव किया गया था. इस घटना के खिलाफ उस समय भी हिंदू संगठनों ने विरोध जताया था. गुरुवार को फिर से यह मुद्दा गरमा गया.
विवादित धर्मस्थल की तरफ लोगों के बढ़ने से गरमाया माहौल
मिली जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा से सटे शाहपुरा जिले के जहाजपुर कस्बे में 14 सितंबर से जलझूलनी एकादशी पर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को मामले में नया मोड़ तब आ गया जब ग्रामीण जमा होकर विवादित धर्म स्थल की तरफ बढ़ने का प्रयास करने लगे.
पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया
इसके बाद लोगों भीड़ जबरन विवादित धर्मस्थल की तरफ बढ़ने लगे. जहां से 14 सितंबर को पथराव होने का आरोप लगा है. इसके बाद लोगों को लाठी भी भांजना पड़ा. बाद में पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में ले लिया. जहाजपुर कस्बे का बाजार बंद कराने लगे पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस मौके पहुंची तो वहां विवाद खड़ा हो गया.
पथराव के बाद पीतांबर भगवान के बेवाण नहीं पहुंचा मंदिर
जहाजपुर में हिंदू संगठनों के लोग कल्याण जी मंदिर के बाहर धरने पर बैठ गए. गौरतलब है कि शाहपुरा जिले की जहाजपुर कस्बे में जलझूलनी एकादशी को 14 सितंबर के दिन असामाजिक तत्वों ने धार्मिक स्थल से पथराव किया था. जिससे पीतांबर भगवान का (कल्याण जी मंदिर) का बेवाण को विरोध स्वरूप ग्रामीण वहीं रखकर बैठ गए.
अभ भी पथराव स्थल पर ही है भगवान का बेवाण
अभी भी बेवाण उसी जगह पर विराजमान है जहां 14 सितंबर को पथराव हुआ था. उस दिन हुए पथराव स्थल पर धरने पर बैठने से ग्रामीणों को दोपहर में पुलिस ने रोक दिया. बैरिकेट्स लगाए मगर ग्रामीण नहीं माने. ग्रामीणों ने चौक से काली पट्टी बांधकर जुलूस निकाला. मौके पर डिवाइसपी नरेंद्र पारीक व थाना प्रभारी नरपतराम बाना ने जमा लोगों वार्ता की मगर बात नही बनी.
बवाल के कारण बाजार बंद, भारी पुलिस बल तैनात
धरना देने वाले लोग जामा मस्जिद की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने लाठियां फटकार कर रोका तो वहां से ग्रामीण बाजार में निकल गए. बाजार बंद करवाने लगे. जहां भी पुलिस कर्मियों और ग्रामीणों में विवाद हो गया. पुलिस ने हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को जबरन बाजार बंद करने पर खदेड़ा. इसके बाद देखते ही देखते दुकाने बंद हो गई. कस्बे में पुलिस बल तैनात किया गया है.
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