
Rajasthan News: कजाकिस्तान में ब्रेन हेमरेज के बाद जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे राजस्थान के शाहपुरा के रहने वाले स्टूडेंट राहुल घोसल्या को आखिरकार बड़ी राहत मिली है. सरकार और विदेशों में काम करने वाले कई संगठनों की मदद से, राहुल को एयर एम्बुलेंस के जरिए सोमवार रात जयपुर लाया गया है. उन्हें तुरंत SMS अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम अब उनका इलाज करेगी.
लाइब्रेरी में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
राहुल घोसल्या अपने परिवार की उम्मीद थे और कजाकिस्तान के एक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे. 8 अक्टूबर को, राहुल कॉलेज की लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे थे, तभी उन्हें अचानक ज़ोरदार चक्कर आए और उल्टियां होने लगीं. हॉस्टल में प्राथमिक इलाज के बाद भी जब उनकी हालत नहीं सुधरी, तो डॉक्टरों ने जांच की और ब्रेन हेमरेज (Brain Hemorrhage) की पुष्टि की. तब से राहुल को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था.
परिवार की मुश्किल, मदद बनी 'संजीवनी'
राहुल का परिवार नया बास (शाहपुरा) का रहने वाला है और उनकी आर्थिक स्थिति सीमित थी. बेटे को कजाकिस्तान से भारत लाने का भारी-भरकम खर्च उठाना उनके बस में नहीं था, जिससे परिवार की चिंता बहुत बढ़ गई थी. इस मुश्किल घड़ी में स्थानीय विधायक मनीष यादव ने फौरन पहल की. उन्होंने विदेश मंत्रालय से लेकर राज्य सरकार तक लगातार अपील की. साथ ही, राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (RANA) के अध्यक्ष प्रेम भंडारी ने भी मदद का हाथ बढ़ाया. उन्होंने विदेश मंत्रालय, इंडियन कम्यूनिटी वेलफेयर फंड और जनसहयोग से पैसे जुटाकर राहुल को एयर एम्बुलेंस से लाने का इंतज़ाम किया.
राहुल को वापस लाने पर परिवार ने जताया आभारजयपुर जिला कलेक्टर के साथ तालमेल बिठाकर, राहुल को जयपुर पहुंचते ही तुरंत SMS अस्पताल के न्यूरो आईसीयू में भर्ती कराया गया है. अब उम्मीद है कि विशेषज्ञ डॉक्टर उन्हें जल्द ही ठीक कर पाएंगे. राहुल के जयपुर पहुंचने पर उनके परिवार ने सभी सहयोगी संगठनों और राजस्थान सरकार का दिल से आभार जताया है. इस मदद ने एक परिवार को नई उम्मीद दी है.
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