जयपुर पुलिस का 8 मिनट में एक्शन, RSS कार्यकर्ताओं पर हमले के बाद ऐसे संभले तनावपूर्ण हालात

जयपुर के करणी विहार के मंदिर में RSS पर हमला होने के बाद डीसीपी वेस्ट अमित कुमार मौके पर पहुंचे और हालात को बेकाबू होते देखकर उन्होंने आस-पास के सभी थानों से पुलिसकर्मी बुला लिए और हालात को काबू कर लिया.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
एडिशनल कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप और डीसीपी वेस्ट अमित बुडानिया.

Jaipur Police: चंद घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो जयपुर की गिनती शांतिप्रिय शहर के रूप में रही है. इस शहर में हर जाति-संप्रदाय के लोग अमन-चैन और भाईचारे से रहते हैं. इस भाईचारे के पीछे बहुत बड़ी जिम्मेदारी खाकी की होती है. जब देर रात आप और हम आराम की नींद सोते हैं, उस समय खाकी वाले जागते हैं. वे अपने परिवार को छोड़कर हमारे सुरक्षा में लगे होते हैं. लेकिन कई बार कुछ असामाजिक तत्व शहर की आबो-हवा खराब करने की कोशिश करते हैं तब खाकी ऐसे असामाजिक तत्वों को माकूल जवाब देने के लिए तैयार रहते हैं. इसका ताजा उदाहरण बीते दिनों आरएसएएस कार्यकर्ताओं पर हुए हमले वाली घटना में देखने को मिली.

दरअसल 17 अक्टूबर की रात करीब 10:30 पुलिस को सूचना मिली कि जयपुर के करणी विहार थाना इलाके में एक मंदिर में कुछ सामाजिक तत्वों ने मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे लोगों पर चाकू से हमला कर दिया. जिसमें 8 लोग घायल हुए. इस घटना में घायल हुए लोग RSS की शाखाओं से जुड़े थे.

जैसे ही यह बात सामने आई देर रात हजारों की संख्या में लोग मंदिर के बाहर जमा हो गए. धार्मिक नारे लगाने लगे. भाजपा विधायक गोपाल शर्मा भी मौके पर पहुंचे. लोगों की भीड़ देख माहौल बिगड़ने की आशंका प्रबल हो गई. लेकिन ऐन मौके पर पुलिस ने पहुंचकर माहौल को ठंडा किया. 

Advertisement
संघ कार्यकर्ताओं पर हमले की सूचना पुलिस के साथ-साथ लोगों तक भी पहुंची. जितनी तेजी से लोग मंदिर के बाहर जुटे लगभग उतनी ही तेजी से पुलिस का एक बड़ा अमला मौके पर पहुंचा. 


पुलिस अधिकारियों ने बताया कि करीब 10:45 बजे पुलिस के वायरलेस पर डीसीपी वेस्ट अमित कुमार (टाइगर -2) का मैसेज चला 'कंट्रोल , टाइगर- 2 इलाके में स्थिति ठीक नहीं है' भीड़ बढ़ती जा रही है. तुरंत आसपास के सभी SHO (गामा) को यहां भेजिए... फिर क्या था सेट पर मैसेज चलने के बाद आसपास के सभी एसएचओ का रिस्पॉन्स आया, रौजर- रौजर- रौजर..

जिनमें श्याम नगर SHO दलवीर फौजदार, चित्रकूट थाना अधिकारी जहीर अब्बास, बिंदायका थाना अधिकारी भजनलाल शर्मा, भांकरोटा थाना अधिकारी मनीष गुप्ता, सदर थाना अधिकारी बलवीर कस्बा शामिल थे. करीब 8 से 10 मिनट बाद करीब 100 से 150 पुलिसकर्मी घटनास्थल पर थे. यह देख आसपास के इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली.
 

Advertisement
एक तरफ कुछ असामाजिक तत्व माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे थे. जिसे डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने मौके पर पहुंचते ही भाप लिया ऐसे में यह एक्शन जरूरी था.

दूसरी तरफ जब से घटना का पहला मैसेज आया तो तुरंत एक्शन लेते हुए एडिशनल कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप (पैंथर-1) मौके के लिए रवाना हो गए. पैंथर-1 का इस तरह की घटनाओं से पहले भी कई बार पाला पड़ा है. माहौल को देखते हुए उन्होंने शहर के दूसरे जिलों की पुलिस को भी अलर्ट कर दिया और साथ ही जिले की जेब्रा टीम भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गई....

Advertisement


रात के करीब 11:30 बज चुके थे. घटनास्थल पर पैंथर वन और टाइगर-2 ने मोर्चा संभाल लिया था. स्थिति अब पूरी तरीके से पुलिस के कंट्रोल में थी. पूरे मामले के पीछे तीसरी आंख के रूप में पुलिस कमिश्नर बीजू जोर्ज जोसेफ नजर रखे हुए थे और उनके दो काबिल ऑफिसर स्थिति पर काबू बनाए हुए थे.

इस पूरे मामले में पुलिस ने समय रहते लॉ एंड ऑर्डर व्यवस्था बनाए रखी साथ ही मुख्य दोनों आरोपियों को भी कुछ ही समय बाद पकड़ लिया गया जिससे लोगों का गुस्सा शांत हुआ. पुलिस ने मामले में आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है.

आरोपी का नाम नसीब चौधरी होने से फैली थी गफलत

मामले में आरोपी नसीब चौधरी के नाम को लेकर भी असमंजस बना रहा. नसीब नाम होने के चलते घटना को सामाजिक तत्वों ने हिंदू मुस्लिम रंग देने का प्रयास किया. लेकिन समय रहते खुलासा होने से सांप्रदायिक माहौल खराब नहीं हुआ इसको लेकर एडिशनल कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि कोई हिंदू-मुस्लिम का मामला नहीं शांति बनाए रखें.

तो कुछ इस तरह जयपुर पुलिस ने असामाजिक तत्वों की कोशिश को नाकाम कर दिया और एक बार फिर शहर में शांति व्यवस्था कायम है... मामले को देखते हुए हर कोई जयपुर पुलिस का धन्यवाद कर रहा है. 

यह भी पढ़ें- Rajasthan Politics: 'राजस्थान में RSS का कार्यकर्ता ही सुरक्षित नहीं', खाचरियावास बोले- मुसलमान होता तो BJP चक्का जाम करवा देती