Rajasthan Illegal Mining: राजस्थान के झालावाड़ जिले के वन क्षेत्र हमेशा अवैध खनन के लिए बदनाम रहे हैं. कई बार यहां पर वन क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर वन कर्मियों की मिली भगत की बातें भी सामने आई हैं. पिछले कुछ समय से लगातार देखा जा रहा है कि जिम्मेदार अधिकारी अवैध खनन पर प्रभावी कार्यवाही करने में नाकाम होते रहें. क्योंकि वह दफ्तर की कुर्सी छोड़कर कभी फील्ड में झांकना पसंद नहीं करते थे. लेकिन वन विभाग अब एक बार फिर से एक्शन मोड में आया है, जिसके तहत DFO सागर पवार ने खुद मौके पर पहुंचकर अवैध खनन के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए झालावाड़ के कोटडा और खोकंदा के जंगलों में अवैध रूप से काटे जा रहे पत्थर को तुड़वाया.
साथ ही लापरवाही बरतने पर इलाके के नाकेदार जितेंद्र सिंह और फॉरेस्ट गार्ड कृष्णपाल सिंह को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया. वन विभाग की इस कार्रवाई से अवैध खननकर्ताओं में हड़कंप मच गया है. वहीं अवैध खनन में सहायता करने वाले वन कर्मियों पर भी संकट खड़ा हो गया है.
कार्यभार संभालते ही एक्शन में अधिकारी
बता दें कि झालावाड़ के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे अवैध खनन पर DFO सागर पवार ने कार्यभार संभालने के साथ ही अंकुश लगाना शुरू कर दिया था. अब वह खुद ही मौके पर पहुंचकर कार्यवाही कर रहे हैं, जबकि पिछले समय में देखा गया कि अन्य अधिकारी दफ्तर में बैठकर अपने अधीनस्थों से रिपोर्ट मंगवा कर ही संतुष्ट हो लिया करते थे, जिसका खामियाजा झालावाड़ के वनों में हुए नुकसान के रूप में भुगतना पड़ा है.
आगे भी लगातार होगी कार्यवाहियां
डीएफओ सागर पवांर ने बताया कि उनके द्वारा सारे मामले को गहनता से मॉनिटर किया जा रहा है एवं अवैध खनन की जानकारी जहां-जहां से भी मिली है वहां सभी इलाकों में इसी प्रकार से कार्यवाही जारी रहेगी, तथा अवैध खनन करने वाले लोगों एवं मिलीभगत करने वाले वनकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा.
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