Jhalawar News: 5 दशक से अधिक समय से झालावाड़ के श्रीजी मेहंमी स्टेडियम में आयोजित होते रहे राष्ट्रीय पर्व अब झालावाड़ के राजमाता विजयाराजे सिंधिया खेल संकुल में आयोजित किए जाएंगे. झालावाड़ जिला प्रशासन द्वारा शहर की 5 दशक से अधिक पुरानी परंपरा को बदलने का फैसला किया गया है. जिसको लेकर कुछ लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया हैं तो वहीं कुछ लोगों में मायूसी का माहौल है.
जैसे ही स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन स्थल बदले जाने की खबर मीडिया में आई हुई वैसे ही झालावाड़ शहर में कुछ संगठन एवं साहित्यकार और इतिहासकार सक्रिय होकर प्रशासन के इस फैसले को गलत बताते हुए आलोचना करने लगे हैं. लोग मांग कर रहे हैं कि प्रशासन अपने फैसले पर पुनर्विचार करें और इस ऐतिहासिक परंपरा को तोड़ा नहीं जाए.
क्या है श्री जी मेहंमी स्टेडियम
श्रीजी मेहंमी स्टेडियम झालावाड़ शहर के बस स्टैंड के समीप मुख्य मार्ग पर स्थित है, इसके ठीक सामने पुलिस लाइन परिसर है. वहीं दो तरफ पुलिस क्वार्टर्स बने हुए हैं. इसको पुलिस परेड ग्राउंड के नाम से भी जाना जाता है तथा यह हमेशा पुलिस के पहरे में रहता है. सुरक्षा को लेकर यहां से ज्यादा सुरक्षित जगह झालावाड़ में और कोई नहीं मानी जाती, क्योंकि यहां पर 24 घंटे पुलिस और अधिकारियों की आमद राफ्त बनी रहती है. इसका नाम श्री जी मेहंमी स्टेडियम यहां के तत्कालीन एसपी गुरमल मेहमी के नाम पर रखा गया.
स्टेडियम का मोहम्मद रफी कनेक्शन
इतिहासकार और साहित्यकार ललित शर्मा बताते हैं कि इस स्टेडियम का निर्माण जिस तरह से तत्कालीन एसपी ने करवाया वह घटना उस दौर के राजस्थान की बड़ी ही अनूठी घटना थी, जो पूरे राजस्थान में प्रसिद्ध हुई. उस दौर में सरकार से ज्यादा मदद नहीं मिला करती थी.
ऐसे में एसपी गुरुमत मेहंमी ने उस दौर के सबसे बड़े पार्शव गायक मोहम्मद रफी को झालावाड़ बुलाया तथा 28 नवंबर 1966 को झालरापाटन के मेला मैदान स्थित सराय के रंगमंच पर मोहम्मद रफी का कार्यक्रम आयोजित करवाया. उस कार्यक्रम से जितनी भी आय हुई, उससे इस स्टेडियम के निर्माण में लगाया गया और उसी से यह स्टेडियम निर्मित हुआ.
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